नई दिल्ली। भारत और चीन के सैन्य कमांडरों के बीच 16 घंटे चली बैठक में सैन्य गतिरोध खत्म करने को लेकर गहन बातचीत हुई। कोर कमांडर स्तर की 10वें दौर की मैराथन वार्ता के दौरान भारत और चीन दोनों ने एलएसी के दूसरे अग्रिम मोर्चो से टकराव खत्म करने की दिशा में आगे बढ़ने पर सहमति जताई है। वार्ता को लेकर रविवार को जारी संयुक्त बयान में साफ कहा गया है कि भारत और चीन के शीर्ष नेतृत्व के बीच लगातार हुए संवाद में बनी सहमति के अनुरूप सीमा पर स्थिति को नियंत्रण में रखते हुए गतिरोध के बचे हुए मुद्दों का समाधान निकाला जाएगा। इसमें सीमावर्ती इलाकों में शांति और स्थायित्व के लिए दोनों पक्षों को स्वीकार्य हल निकालने पर जोर देने की बात भी कही गई है। वैसे भारत ने इस बैठक में चीन को साफ कर दिया कि सैन्य तनातनी खत्म कर एलएसी पर सामान्य स्थिति की बहाली के लिए हॉट स्पि्रंग, गोगरा और डेपसांग के इलाकों से सैनिकों को पीछे हटाना अनिवार्य है। चुशूल-मोल्डो सेक्टर में शनिवार सुबह 10 बजे शुरू हुई बैठक रात दो बजे तक चली। वार्ता रचनात्मक रही। इसीलिए दोनों पक्षों ने वार्ता के सार्थक दिशा में आगे बढ़ने को लेकर संयुक्त बयान जारी किया। संयुक्त बयान में कहा गया है कि पैंगोंग इलाके से सहज तरीके से सैनिकों को पीछे हटाए जाने की पूरी की गई प्रक्रिया गतिरोध के बाकी बचे हुए मसलों का समाधान निकालने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।