नई दिल्ली। केंद्र ने मंगलवार को कहा कि महाराष्ट्र और केरल में कोरोना वायरस यानी एसएआरएस-सीओवी-2 के दो नए स्वरूप एन440के और ई484के सामने आए हैं लेकिन वर्तमान में यह मानने का कोई कारण नहीं है कि ये दोनों स्वरूप राज्य में कुछ जिलों में मामलों में वृद्धि के लिए जिम्मेदार हैं। बदले हुए इन दो में से एक स्वरूप तेलंगाना में भी मिला है। नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पॉल ने कहा कि देश में अब तक कोरोना वायरस के ब्रिटेन में सामने आए प्रकार (वैरिएंट) से 187 व्यक्ति संक्रमित पाए गए हैं जबकि छह लोग दक्षिण अफ्रीका में सामने आए प्रकार से संक्रमित पाए गए हैं। इसके अलावा, एक व्यक्ति ब्राजील में सामने आए कोरोना के नए स्वरूप से संक्रमित पाया गया है। पॉल ने कहा, श्महाराष्ट्र में कोरोना के दोनों प्रकार एन440के और ई484के सामने आए हैं। केरल और तेलंगाना में भी इन नए प्रकार से संक्रमित मामले मिले हैं। इसके अलावा, तीन अन्य प्रकार- ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील में पाए गए वायरस के नए स्वरूप से संक्रमित मामले भी देश में हैं। हालांकि हमारे पास यह मानने का कोई कारण नहीं है कि ये महाराष्ट्र और केरल के कुछ जिलों में मामलों में वृद्धि के लिए जिम्मेदार हैं।श् उन्होंने कहा कि देश में वायरस की संरचना में आ रहे बदलाव और उनके व्यवहार पर लगातार नजदीकी नजर रखी जा रही है। अब तक 3,500 स्वरूपों का अनुक्रमण किया गया गया है। उन्होंने कहा कि अनुक्रमण करते समय यह भी देखा जा रहा है कि कहीं वायरस के मूल चरित्र में असामान्य बदलाव तो नहीं आया है। पॉल ने कहा, कोरोना वायरस के जीनोम अनुक्रमण पर गठित वरिष्ठ विज्ञानियों के सलाहकार समूह से मिली सूचना और विश्लेषण के आधार पर आज हम कह सकते हैं कि यह मानने कोई आधार नहीं है कि कुछ राज्यों में बढ़ते मामलों की वजह वायरस के ये नए स्वरूप हैं। मामलों के बढ़ने के कारणों का पता लगाया जा रहा है।