देहरादून। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने वनाग्नि की घटनाओं को अत्यंत गंभीरता से लिया है। सीएम ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए शासन, पुलिस व वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों और सभी जिलाधिकारियों के साथ वनाग्नि प्रबंधन की समीक्षा के लिए आपात बैठक बुलाई। जिसमें सभी को जरूरी निर्देश दिए गये।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने बताया कि प्रदेश में वनाग्नि की बढ़ती घटनाओं पर काबू पाने के लिए केंद्र सरकार ने दो हेलीकाप्टर उपलब्ध कराये हैं। इस संबंध में उनकी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर बात हुई है। केंद्रीय गृह मंत्री ने हर संभव मदद का भरोसा जताया है। आवश्यकता होने पर एनडीआरएफ की टीमें भी भेजी जाएंगी। बैठक में बताया गया कि प्रदेश में इस वर्ष 983 घटनाएं हुई हैं. जिससे 1292 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है। वर्तमान में 40 एक्टिव फायर चल रही हैं। नैनीताल, अल्मोड़ा, टिहरी गढ़वाल और पौड़ी गढ़वाल वनाग्नि से अधिक प्रभावित हैं। वनाग्नि को रोकने के लिए 12 हजार वनकर्मी लगे हैं। 1300 फायर क्रू स्टेशन बनाए गए हैं।