रुद्रपुर। आदर्श इंदिरा बंगाली कॉलोनी में नशे की हालत में धार्मिक अनुष्ठान में प्रवेश करने पर युवक से भीड़ ने जमकर मारपीट की। घटना के बाद तीन घंटे तक युवक मौके पर तड़पता रहा। उसके बाद शरीर में कोई हलचल नहीं होने पर स्थानीय लोगों ने 108 एबुलेंस से घायल को जिला अस्पताल भिजवाया। यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उधर, मृतक की पत्नी ने कोतवाली में तहरीर देकर आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की है। मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया है।
आदर्श इंदिरा बंगाली कॉलोनी में जॉनी सागर परिवार के साथ रहता है। बताया जा रहा है कि नशे में जॉनी पड़ोस में चल रहे एक धार्मिक अनुष्ठान में चला गया। जहां पंडाल के भीतर गुस्साई भीड़ ने युवक की धुनाई कर दी। पंडाल के बाहर भी एक-दो लोगों को उसकी पिटाई करते हुए देखा गया। पिटाई से चोटिल युवक पंडाल के बाहर ही बेसुध होकर गिर गया। कहा जा रहा है कि तीन घंटे तक शरीर में कोई हलचल नहीं होने पर स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना परिजनों के अलावा 108 एंबुलेंस को दी। इस पर एम्बुलेंस कर्मी घायल को जिला अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने युवक को मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पुलिस ने घटना की जानकारी ली और शव का पोस्टमार्टम करवाया। युवक की मौत से परिजनों में कोहराम मचा है। मृतक की पत्नी सुधा रानी ने कोतवाली में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की। उधर, कोतवाल एनएन पंत ने बताया कि मृतक शराब का लती था और एक धार्मिक अनुष्ठान में प्रवेश करने के दौरान कुछ लोगों पर उसके साथ मारपीट का आरोप है। फिलहाल तहरीर आने के बाद मामले की जांच के आदेश चैकी प्रभारी को दिए हैं। जांच के बाद ही तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
धार्मिक अनुष्ठान में प्रवेश करने से भड़के लोगों के नशे में पीट-पीटकर मार देने की घटना से पुलिस और कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे हैं। घटना मंगलवार दोपहर दो बजकर नौ मिनट की है। उसके कुछ घंटे बाद ही डॉक्टरों ने युवक को मृत घोषित कर दिया था और पत्नी ने धार्मिक अनुष्ठान में शामिल कुछ लोगों पर उसके पति को बेरहमी से पीटने की वजह से मौत होने की तहरीर भी कोतवाली पुलिस को सौंप दी थी, लेकिन कोतवाली पुलिस ने 24 घंटे बाद मारपीट का वीडियो वायरल होने पर मुकदमा दर्ज किया। जबकि डीजीपी का आदेश है कि तहरीर आने के बाद तत्काल मामले में मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए।
युवक की पिटाई की मौत मामले को लेकर पुलिस का रवैया पीड़िता के लिए संतोषजनक नहीं दिखा, जबकि मामले को लेकर मृतक के परिजन चैबीस घंटे से कोतवाली और चैकी के चक्कर काटने को मजबूर हैं। बावजूद इसके दो दिन पूरे होने के बाद भी चैकी प्रभारी तक ने घटनास्थल का मुआयना नहीं किया और न ही कार्यक्रम के नजदीक लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगालने की कोशिश की। लापरवाही की शिकायत कोतवाल एनएन पंत तक पहुंची तो कोतवाल ने मामले को खुद देखने की बात कही है।