हरिद्वार। स्किल इंडिया के अंतर्गत उत्तराखंड में विभिन्न पहलों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से, केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्री डॉ. महेन्द्रनाथ पाण्डेय ने आज हरिद्वार में आयोजित कुंभ मेलें में श्स्किल इंडिया पैवेलियन का उद्घाटन किया। भारत में सबसे बड़े धार्मिक उत्सव में से एक, कुंभ मेला भारत के कोने-कोने से तीर्थयात्रियों और अनुयायियों को आकर्षित करता है और प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना, जन शिक्षण संस्थान और औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान सहित प्रमुख कार्यक्रमों पहलों के तहत जानकारी साझा करने और बड़ी संख्या में लोगों को जुटाने का एक अच्छा अवसर प्रदान करता है। आज के युवाओं को सशक्त बनाने वाले कौशल को प्रदर्शित करने के उद्देश्य से, एमएसडीई अपने प्रशिक्षण और कार्यान्वयन भागीदारों के साथ 12 से 30 अप्रैल तक स्किल इंडिया पैवेलियन का आयोजन करेगा।
स्किल इंडिया पैवेलियन 5,000 वर्ग मीटर भूमि में फैला हुआ है, जिसमें काउंसलिंग रूम, अनुभव संबंधी स्टालों और सेल्फी बूथ जैसे कई आकर्षण के केंद्र हैं। यह केंद्र लोगों को यह जानने के लिए उनका मार्गदर्शन करेंगे कि कैसे कौशल प्रशिक्षण उनके आजीविका के अवसरों में तेजी ला सकता है। कोविड-19 महामारी को देखते हुए सामाजिक दूरी का कड़ाई से पालन करते हुए, स्किल इंडिया पैवेलियन में प्रशिक्षण भागीदार और 36 सेक्टर स्किल काउंसिल्स अपने प्रदर्शनी का प्रदर्शन करेंगे और संबंधित डोमेन में विभिन्न कौशल संबंधी संस्थाओं को हाइलाइट करेंगे। इसके अलावा, काउंसलिंग रूम स्किल इंडिया ट्रेनिंग प्रोग्राम के माध्यम से लोगों को कौशल प्रशिक्षण, रोजगार और उद्यमिता के विभिन्न अवसरों के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी प्रदान करेगा। स्किल इंडिया कौशल मेले’ में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि, “कौशल भारत मिशन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में एक बड़ी पहल है जिसके द्वारा हमारी अर्थव्यवस्था के आधार को मजबूत बनाया जा रहा है। स्किल इंडिया पैवेलियन में कुंभ, हरिद्वार तीर्थयात्रियों को आने का एक सुनहरा अवसर प्रदान कर रहा है और कौशल पहलों के बारे में लोगों को अधिक जागरूक करने में भी मदद करेगा। एडवेंचर टूरिज्म से जुड़ी नई नौकरियों को जोड़ना जैसे कि रिवर राफ्टिंग और ट्रेकिंग उत्तराखंड के युवाओं को सही कौशल के साथ सशक्त बनाएगा जो क्षेत्र और राष्ट्र दोनों की आर्थिक वृद्धि में योगदान देगा। सरकार आत्मनिर्भर भारत और वोकल फॉर लोकल पहलों के माध्यम से जमीनी स्तर पर ग्रोथ को आगे बढ़ा रही है और उसका समर्थन भी कर रही है।