हरिद्वार। महाकुंभ में कोरोना वायरस का कहर लगातार देखने को मिल रहा है। आए दिन साधुं-संतों के साथ पुलिसकर्मी और श्रद्धालु भी संक्रमित हो रहे है। कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सबसे पहले निरंजनी और आनंद अखाड़े ने कुंभ समाप्ति की घोषणा की। जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी से बाकी बचे शाही स्नान को प्रतीकात्मक रूप से आयोजित करने की अपील की। जिस पर जूना अखाड़े ने भी कुंभ समाप्ति की घोषणा कर दी है। वहीं, जूना अखाड़े ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को महाकुंभ के सफल आयोजन के लिए सम्मानित करने का ऐलान किया है। जूना अखाड़े ने कुंभ समाप्ति की घोषणा के साथ अपने सभी देवी-देवताओं का विसर्जन कर दिया हैं। साथ ही सभी साधु-संतों को अपने-अपने गंतव्य की ओर जाने को कह दिया है।
अब जूना अखाड़े ने निर्णय लिया है कि सकुशल कुंभ संपन्न कराने के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को 21 अप्रैल को सम्मानित किया जाएगा। जिसके लिए उन्हें निमंत्रण भेजा है। इस दौरान हरिद्वार की अधिष्ठात्री मां महामाया देवी मंदिर में मुख्यमंत्री तीरथ पूजा-अर्चना करेंगे। उसके बाद जूना अखाड़े की ओर से उन्हें सम्मानित किया जाएगा। जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर वीरेंद्र आनंद गिरी ने बताया कि जूना अखाड़े के संरक्षक और अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरि गिरी ने बतौर अपने प्रतिनिधि मुख्यमंत्री को आमंत्रित करने के लिए भेजा था। जिस पर मुख्यमंत्री ने भी हामी भरी है। आगामी 21 अप्रैल को हरिद्वार की मां अधिष्ठात्री माया देवी मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद मुख्यमंत्री को सफल कुंभ संपन्न कराने के लिए सम्मानित किया जाएगा। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार महामाया देवी के दर्शन करेंगे और पूजा-अर्चना करेंगे। इस दौरान जूना अखाड़े के संरक्षक हरी गिरी व सभापति प्रेम गिरी भी मौजूद रहेंगे।