रुड़की। कोविड-19 की दूसरी लहर से निपटने के लिए किए जा रहे सरकारी प्रयासों को मजबूती देने के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) रुड़की ने कई पहल की हैं। संस्थान ने रुड़की सिविल अस्पताल को 14 ऑक्सीजन सिलेंडर भेजा है। साथ ही, 51 नॉन-ऑक्सीजन सिलेंडर का एक सेट भी दिया है ताकि उन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर में परिवर्तित किया जा सके। परिसर के गंगा भवन में 150 बेड का कोविड केयर सेंटर भी स्थापित किया गया है। आवश्यकता पड़ने पर इसकी बेड क्षमता को आसानी से बढ़ाया जा सकता है। इसके अलावा, संस्थान के सुभाष चंद्र बोस क्लब को भी उपलब्ध करवाया गया है ताकि इसका उपयोग आईआईटी रुड़की परिसर के बाहरी लोगों के लिए वैक्सीनेशन सेंटर के रूप में किया जा सके।
सिविल अस्पताल रुड़की के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संजय कंसल ने कहा, “ये ऑक्सीजन सिलेंडर कोरोना वायरस रोगियों के लिए ऑक्सीजन की कमी से निपटने में मदद करेंगे। इस नेक पहल के लिए हम आईआईटी रुड़की के आभारी हैं। हमें उम्मीद है कि संस्थान अपनी विभिन्न सामाजिक पहलों के माध्यम से युवाओं को प्रेरित करता रहेगा।“ आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. अजीत चतुर्वेदी ने कहा, “देश भर में तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों के कारण हॉस्पिटल बेड और ऑक्सीजन की कमी हो गई है। इस कारण से रोगियों व उनके परिजनों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ये पहलें, इस विषम परिस्थिति से निपटने के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों को आगे बढ़ाने की हमारी प्रतिबद्धता के अनुरूप हैं।” कोरोना वायरस के मामलों में तेज वृद्धि को देखते हुए ये प्रयास किए जा रहे हैं। वर्तमान में पूरे भारत में प्रतिदिन 4 लाख से अधिक और अकेले रुड़की से प्रतिदिन 250 नए कोविड-19 के मामले सामने आ रहे हैं।