देहरादून। उत्तराखंड में 24 घंटे में 64 कोरोना मरीजों की मौत हुई, जबकि 2906 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। 8164 मरीजों को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज किया गया। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, शनिवार को देहरादून जिले में 610, नैनीताल में 256, हरिद्वार में 465, ऊधमसिंह नगर में 183, चमोली में 160, बागेश्वर में 40, रुद्रप्रयाग में 131, पिथौरागढ़ में 112, अल्मोड़ा में 221, टिहरी में 281, उत्तरकाशी में 58, पौड़ी में 297 और चंपावत जिले में 89 कोरोना संक्रमित मिले हैं।
प्रदेश में मौत का आंकड़ा 5734 पहुंच गया है। वहीं, 8164 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। इन्हें मिला कर 241430 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। वर्तमान में 57929 सक्रिय मरीजों का अस्पतालों व होम आइसोलेशन में इलाज चल रहा है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए सरकार का कंटेनमेंट जोन बनाने पर जोर है। एक माह के भीतर प्रदेश के 13 जनपदों में 425 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। प्रदेश में अब तक कुल 531 कंटेनमेंट जोन बनाकर पाबंदी लगाई गई है।
होम आइसोलेशन में रहकर इलाज करा रहे कोरोना संक्रमितों की निगरानी के लिए प्रदेेश भर में 350 मेडिकल काउंसलरों को प्रशिक्षण दिया गया। सरकार ने होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों की निगरानी मेडिकल काउंसलरों के माध्यम से करने के आदेश जारी किए हैं। एक काउंसलर को 50 मरीजों की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। कोरोना संक्रमित होम आइसोलेशन मरीजों के स्वास्थ्य निगरानी विभाग की ओर से चयनित मेडिकल काउंसलरों को शनिवार को आइलाइन प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें विभिन्न जनपदों के 350 मेडिकल काउंसलरों ने भाग लिया। यह प्रशिक्षण राजकीय दून मेडिकल कॉलेज के कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. शिव कुमार के माध्यम से दिया गया। प्रशिक्षण के बाद सभी मेडिकल काउंसलर जनपदों में होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों से निरंतर संपर्क करेंगे और उनके स्वास्थ्य की निगरानी की जाएगी। यदि कोई भी खतरे के संकेत दिखाई देखते हैं तो उस व्यक्ति को शीघ्र ही एंबुलेंस से निकटवर्ती कोविड अस्पताल भेजा जाएगा। इस प्रशिक्षण को राज्य नोडल अधिकारी सविन बंसल व राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक सोनिका के दिशानिर्देशों पर आयोजित किया गया।
कोविड 19 से बचाव के लिए चल रहे टीकाकरण अभियान में भी आधी आबादी ही दम दिखा रही है। टीकाकरण कराने में भी अल्मोड़ा, बागेश्वर और पिथौरागढ़ की महिलाएं आगे हैं, जबकि ऊधमसिंह नगर में महिलाएं टीकाकरण कराने में पीछे हैं। टीकाकरण अभियान को गति देने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। यह बात अलग है कि टीके अभी पर्याप्त संख्या में उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। पर्याप्त टीके न मिलने के कारण अभियान कुछ सुस्त पड़ जा रहा है। टीकाकरण कराने में भी महिलाओं ने दम दिखाया है। ऊधमसिंह नगर में 118538 ने टीका लगवाया तो टीका लगवाने वाली महिलाओं की संख्या महज 95260 है। जबकि नैनीताल में भी टीका लगवाने के मामले में महिलाएं पीछे हैं।