-मानवता की सेवा ईश्वर की सेवा का स्वरूपः स्वामी चिदानन्द सरस्वती
ऋषिकेश। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने डिप्टी चीफ मेडिकल आॅफिसर पौड़ी गढ़वाल डा राजीव को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र यमकेश्वर ब्लाक के अन्तर्गत आने वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र यमकेश्वर, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र किमसार, लक्ष्मण झूला, द्वियूली, भरपूर बनचूरी, हीराखाल और भृगुखाल चिकित्सालयों के लिये आक्सीजन काॅन्सट्रेटर और यमकेश्वर ब्लाक के 53 गांवों के लिये 200 जीवन रक्षक दवाईयों के किट भेंट किये ताकि क्षेत्र के सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों द्वारा ज्यादा से ज्यादा सेवा हो सके और ग्रामीणों को बेहतर चिकित्सा सुविधायें प्राप्त होती रहें।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने यमकेश्वर क्षेत्र की कर्मठ विधायक श्रीमती ऋतु खंडूरी जी एवं डिप्टी चीफ मेडिकल आॅफिसर डा राजीव को आश्वसान देते हुये कहा कि इस महामारी से निपटने के लिये और जो भी जरूरत की सामग्री हो परमार्थ निकेतन और डिवाईन शक्ति फाउंडेशन सहयोग के लिये हमेशा तैयार है। हम सब मिलकर कार्य करें तो हमारा राज्य शीघ्र ही कोरोना मुक्त हो सकता है। क्षेत्र के छोटे से छोटे गावों में भी चिकित्सा सुविधायें पहुंचाने के लिये उत्तराखंड सरकार एवं प्रशासन की भूरि-भूरि प्रशंसा की। स्वामी जी ने कहा कि मानवता की सेवा ईश्वर की सेवा का ही एक छोटा सा स्वरूप है। नर सेवा ही नारायण सेवा है। हम सभी मिलकर मानवता की, अपनी पृथ्वी की और अपने ग्रह की सेवा करें तो ही हमारा अस्तित्व भी सुरक्षित रह सकता हैं। डा राजीव ने मुक्त कंठ से प्रसन्नता व्यक्त करते हुये कहा कि इस कोविड महामारी के दौर में परमार्थ निकेेतन आश्रम द्वारा विभिन्न आयामों से इस पूरे क्षेत्र और यमकेश्वर ब्लाक के लिये मार्च 2020 से अभी तक लगातार सेवा और सहायता प्रदान की जा रही है। परमार्थ निकेतन आश्रम में सरकार द्वारा संचालित वैक्सीनेशन सेन्टर, कोविड केयर सेंटर तथा स्वास्थ्य कर्मियों के आवास की व्यवस्थायें संचालित हो रही हैं, जो वास्तव में सराहनीय है। नगरपालिका अध्यक्ष माधव अग्रवाल जी ने कहा कि कोरोना महामारी के समय में इस क्षेत्र में रहने वाले संतों और निराश्रितों को भोजन की समस्या का सामना करना पड़ रहा था परन्तु जैसे ही पूज्य स्वामी जी को इसकी सूचना मिली उन्होंने तुरंत शुद्ध एवं सात्विक भोजन और शुद्ध जल, मास्क, सेनेटाइजर और अन्य दैनिक आवश्यक वस्तुओं की व्यवस्था की, यह सचमुच इस समय की सबसे बड़ी जरूरत है और प्रशंसनीय सेवा कार्य भी है। परमार्थ निकेतन ने कोविड-19 होय कोविड कर्फ्यू होय लाॅकडाउन हो या फिर केदारनाथ की आपदा हो हर समय मदद के लिये आगे आ कर सेवा की है।