-किसी भी संविदा और आउटसोर्स कार्मिक की नहीं गई नौकरी
-स्थायी और अस्थायी रूप से दिया 7 लाख से अधिक रोजगार
देहरादून। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि भाजपा सरकार ने पारदर्शिता के साथ युवा बेरोजगारो के हाथो को काम दिया है नौकरियो की बंदरबांट नही की है। सरकार ने सरकारी, गैर सरकारी में स्थाई और अस्थाई रूप से 7 लाख से अधिक लोगो को रोजगार दिया है और आंकड़े इसकी पुष्ठि करते है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री कौशिक ने कहा कि दो साल से कोरोना के चलते हर तरह की सरकारी,गैर सरकारी और व्यवसायिक गतिविधि ठप्प पड़ी है,लेकिन प्रदेश में किसी भी संविदा अथवा आउटसोर्स कार्मिक की सेवा को समाप्त नहीं किया गया। बल्कि उनके लिए रोजगार सृजन के लिए सरकारी योजनाये लायी है।
कांग्रेस के रोजगार सम्बन्धी बयान पर उन्होंने कहा कि उनकी सरकार में नौकरियो की बंदरबांट के आरोप भी सामने आये थे। तब चहेतो को रेवड़ियों की तरह सरकारी नौकरियों के बंटने के भी आरोप लगे और पिछले दरवाजे से हुई नियुक्तियों पर हंगामा भी हुआ था। उन्होने कहा कि कांग्रेस शासनकाल मे बेरोजगारों के साथ छलावा हुआ और कांग्रेस ने बेरोजगारों को नही अपने चहेतों को सरकारी नौकरियां दी है। इसमें विधान सभा में 158 नियुक्तियों सहित अन्य कई विभागों में कई ऐसे मामले सामने आये जिसमे कहा गया कि मनमाफिक चहेतो को रोजगार दिया।
श्री कौशिक ने कहा कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की सरकार पूर्ण पारदर्शिता से सबका साथ सबका विकास की भावना से कार्य कर रही है। भाजपा सरकार ने युवाओं को रोजगार से जोड़ने का ऐतिहासिक कार्य किया है। उन्होंने रोजगार और विकास के नजरिये से कांग्रेस को आइना दिखाते हुए कहा कि कांग्रेस के सामने आत्ममंथन का समय है कि आज के मुकाबले उसके कार्यकाल में रोजगार और विकास की क्या स्थिति थी। भाजपा अध्यक्ष ने रोजगार के वर्षवार आंकड़े देते हुए कहा कि 2017 से 2020 तक युवाओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए सभी विभागों में नए पदों का सृजन कर युवाओं को रोजगार देने का कार्य किया गया है।
सृजित पदों में प्रमुख रूप से चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण में 562 पद, चिकित्सा में 1473 पद, उद्योग विभाग में 160675 पद, ग्रामीण विकास विभाग में 153360 पद, वन विभाग में 89280 पद, लोक निर्माण विभाग में 58163 पद, परिवहन विभाग में 58078 पद, पेयजल विभाग में 41630 पद, पर्यटन विभाग में 41630 पद, कौशल विकास एवं सेवायोजना में 30102 पद, माध्यमिक शिक्षा में 8611पद, सिंचाई विभाग में 8170 पद, शहरी विकास विभाग में 7630 पद, खेल एवं युवा कल्याण विभाग में 6509 पद, आबकारी विभाग में 6043 पद, सैनिक कल्याण विभाग में 5509 पद, लघु सिंचाई में 4656 पद, ऊर्जा विभाग में 4289 पद, गन्ना किसान एवं चीनी उद्योग में 2847 पद, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति में 2703 पद, महिला सशक्तिकरण में 2596 पद, स्वास्थ्य विभाग में 2585 पद, डेरी विकास विभाग में 2481पद, सहकारिता में 2276 पद, मत्स्य विभाग में 2016 पद है।अन्य कई प्रशासनिक विभागों में पद सृजित हुए बेरोजगारों को रोजगार देनेका कार्य किया गया है।
नए सृजित पदों के अंतर्गत 2017 से 2020 चिकित्सा क्षेत्र में 1810 पद, वित्त विभाग में 1583 पद, उच्च शिक्षा विभाग में 1247 पद, संस्कृत शिक्षा विभाग में 75 पद, गृह विभाग आयुष विभाग में 75 पद, सूचना प्रौद्योगिकी में 485 पद, तकनीकी शिक्षा में 473 पद, रेशम विकास विभाग में 426 पद, पशुपालन विभाग में 421पद, उद्यान विभाग में 318 पद, निर्वाचन विभाग में 272 पद, महिला कल्याण विभाग में 254 पद, जलागम प्रबंधन में 174 पद, सचिवालय प्रशासन में 138 पद, राज्य संपत्ति विभाग में 136 पद, ग्रामीण निर्माण विभाग में 110 पद, समाज कल्याण विभाग में 96 पद, सूचना विभाग में 33 पद, आवास विभाग में 27 पद, नागरिक उड्डयन में 24 पद, संस्कृत विभाग में 14 पद, कृषि विभाग में 12365 पद, वन एवं पर्यावरण विभाग में 45 पद, सचिवालय प्रशासन (अधिष्ठान अनुभाग) में 122 पद, उत्तराखंड न्यायिक सेवा सिविल जज में 28 पद, अर्थ एवं संख्याधिकारी में 14 पद, असिस्टेंट प्रोफेसर राजकीय महाविद्यालय में 877 पद हैं।