देहरादून। हरिद्वार कुंभ के दौरान कथित कोविड-19 परीक्षण घोटाले पर त्रिवेंद्र ने कहा कि यह एक गंभीर अपराध है, लापरवाही नहीं। त्रिवेंद्र ने कहा कि मामले पर निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। साथ ही दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
हरिद्वार महाकुंभ-2021 में किए गए कोविड टेस्ट में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। कुंभ के दौरान सरकार द्वारा 20 निजी टेस्ट लैब के साथ एंटीजन टेस्ट के लिए अनुबंध किया गया था। इनमें से एक निजी टेस्ट लैब मैक्स कॉरपोरेट सोसाइटी दिल्ली द्वारा जारी किए गए कोविड एंटीजन रिपोर्ट्स में बड़ा फर्जीवाड़ा देखने को मिला है। प्राथमिक जांच में पाया गया कि एक ही मोबाइल नंबर और आधार पर कई फर्जी रिपोर्ट जारी किए गए हैं। जो पूरी तरह से लोगों की जिंदगियों से साथ खिलवाड़ है। हरिद्वार कुंभ में हुए टेस्ट के घपले का खुलासा पंजाब के रहने वाले एक एलआईसी एजेंट के माध्यम से हुआ है। पंजाब के फरीदकोट के रहने वाले एक शख्स विपिन मित्तल ने हरिद्वार कुंभ में कोविड जांच घोटाले की पोल खोली। विपिन मित्तल के मुताबिक उन्हें उत्तराखंड की एक लैब से फोन आया था जिसमें उन्हें बताया गया कि आप की रिपोर्ट निगेटिव आई है। जिसे सुनते ही वे भौचक्के रह गए। विपिन ने कोई कोरोना जांच नहीं कराई थी। ऐसे में विपिन ने फौरन स्थानीय अधिकारियों को मामले की जानकारी दी। स्थानीय अधिकारियों के ढुलमुल रवैए को देखते हुए पीड़ित शख्स ने तुरंत भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद से शिकायत की।