-दस दिनों तक होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम
देहरादून। कोरोना के दौरान उपजे हालातों से कलाकारों -हस्तशिल्पकारों को उबारने के लिए धरोहर की ओर से एक खास पहल की जा रही है। धरोहर संस्कृति एवं कला का उत्सव कार्यक्रम का आयोजन रेंजर्स ग्राउंड में 28 अक्टूबर से 6 नवंबर तक किया जाएगा।जिसका शुभारंभ कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल और विधायक खजान दास करेंगे।
बुधवार को प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में आयोजकों ने इसकी जानकारी दी। इस मौके पर अंतरराष्ट्रीय साहित्यकार डॉ बुद्धिनाथ मिश्र ने कहा कि कोरोना की वजह से लंबे समय से कलाकार बेरोजगार थे। उन्हें एक मंच देने के लिए धरोहर एक नई शुरुआत है । उन्होंने कहा कि देहरादून के प्रसिद्ध साहित्य -कर्मियों और संस्कृति-कर्मियों ने सामूहिक सोच के साथ एकजुट होकर एक नया मंच तैयार किया है,जो कि धरोहर के रूप में अब आप सबके सामने हैं । फिल्म निर्माता सुनील वर्मा ने कहा कि 28 अक्टूबर को जागर गायन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की जाएगी। उन्होंने बताया कि धरोहर उत्सव को देहरादून के साथ ही कुछ अन्य शहरों में भी आयोजित किया जाएगा। समाजसेवी फिरोज ने कहा कि यहां उत्तराखंड से आने वाले कलाकारों को मंच तो मिलेगा ही वहीं साथ में हस्तशिल्पकारों को एक अच्छा बाजार भी मिल सकेगा। संस्कृति कर्मी हिमांशु दरमोडा ने कहा कि कोरोना काल में जिस तरह से विकट हालात बन गए थे, उसके बाद कलाकार काफी नकारात्मकता की ओर बढ़ते हुए दिखे। अब हालात सामान्य होते ही धरोहर की शुरुआत की गई। ताकि इससे उस नकारात्मकता को दूर कर कलाकारों सहित अन्य जरूरतमंदों को सकारात्मक ऊर्जा के साथ रोजगार से जोड़ा जा सके । इस दिशा में भविष्य में भी काम किए जाएंगे। उम्मीद है कि सरकार भी इसमें हमको आगे पूरी तरह से सहयोग करेगी।
रेंजर्स ग्राउंड में 28 अक्टूबर को जागर गायन से शुरुआत के बाद 29 अक्टूबर को गढ़वाली डांस ग्रुप अपनी प्रस्तुति देगा। 30 अक्टूबर को उत्तराखंड फोक ट्रूप और पंजाबी लाइव बैंड यहां अपनी प्रस्तुति देंगे। 31 अक्टूबर को कव्वाली का आयोजन होगा। एक नवंबर को भूमिका वर्मा और मनीषा शर्मा की ओर से कथक डांस की प्रस्तुति की जाएगी। दो नवंबर को गढ़वाली फोक म्यूजिक होगा। 3 नवंबर को पहाड़ीवुड गढ़वाली फोक म्यूजिक का आयोजन होगा। 4 नवंबर को गुरदीप सिंह और उनकी टीम की ओर से लाइव परफॉर्मेंस होगी। 5 नवंबर को गढ़वाली डांस और फोक म्यूजिक का आयोजन होगा। 6 नवंबर को उत्तराखंड फोक ट्रूप और गढ़वाली फोक म्यूजिक के साथ ही कार्यक्रम का समापन होगा।