देहरादून। आईसीआईसीआई बैंक ने भारतीय सेना के साथ अपने समझौता ज्ञापन (एमओयू) को नवीनीकृत किया है, ताकि सेवारत और सेवानिवृत्त सभी सैन्य कर्मियों को अपने ‘डिफेंस सैलरी अकाउंट’ के माध्यम से विशेष रूप से क्यूरेटेड फायदे और अन्य अनेक नई सुविधाओं की पेशकश की जा सके। समझौता ज्ञापन पर दिल्ली में लेफ्टिनेंट जनरल आर पी कलिता, यूवाईएसएम, एवीएसएम, एसएम, वीएसएम, महानिदेशक- जनशक्ति योजना और कार्मिक सेवा, भारतीय सेना और विशाल बत्रा, रीजनल बिजनेस हैड और हैड ऑफ डिफेंस ईकोसिस्टम, आईसीआईसीआई बैंक ने हस्ताक्षर किए। एमओयू के हिस्से के रूप में, बैंक सैन्य कर्मियों को अनेक विशिष्ट लाभ प्रदान करेगा, जिनमें शामिल हैं- जीरो बैलेंस अकाउंट, प्राथमिकता के आधार पर लॉकर का आवंटन और देश में आईसीआईसीआई बैंक के साथ-साथ गैर-आईसीआईसीआई बैंक एटीएम पर असीमित मुफ्त लेनदेन की सुविधा। नवीकृत लाभों के हिस्से के रूप में, बैंक सैन्य कर्मियों को कई प्रकार के बीमा लाभ प्रदान कर रहा है। खाताधारकों को 50 लाख रुपए के बीमा के साथ व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा कवर मिलता है। आतंकी कार्रवाई में मौत होने पर अतिरिक्त 10 लाख रुपए का बीमा मिलता है, जो ‘डिफेंस सैलरी अकाउंट’ ऑफर करने वाले सभी बैंकों में सबसे ज्यादा है। आकस्मिक मृत्यु के मामले में बीमा कवर के हिस्से के रूप में बैंक बच्चों की शिक्षा के लिए 5 लाख रुपए की पेशकश कर रहा है और सेना के शहीद जवानों की बच्ची के लिए अतिरिक्त 5 लाख रुपए उपलब्ध कराएगा। ये लाभ सभी रैंक के कर्मियों के लिए उपलब्ध हैं। नई पेशकश के बारे में बोलते हुए विशाल बत्रा, रीजनल बिजनेस हैड और हैड ऑफ डिफेंस इकोसिस्टम, आईसीआईसीआई बैंक ने कहा, ‘‘हम भारतीय सेना के साथ समझौता ज्ञापन को नवीनीकृत करने और बैंकिंग सेवाओं और लाभों की एक पूरी रेंज प्रदान करने के लिए गर्व का अनुभव कर रहे हैं। ये ऐसे फायदे हैं, जो खास तौर पर सैन्य कर्मियों की सुविधा के लिए क्यूरेट किए गए हैं। बैंक की शाखाओं, एटीएम और डिजिटल बैंकिंग चौनलों के हमारे बड़े नेटवर्क के माध्यम से सेना के जवानों को दैनिक लेन-देन में आराम और सुविधा प्रदान करते हुए उनके लिए बैंकिंग तक आसान पहुंच को संभव बनाया गया है।