मास्को। रूस के केमेरोवो इलाके में एक कोयला खदान में आग लग जाने से 52 लोगों की मौत हो गई जिसमें छह बचावकर्मी शामिल हैं। पिछले पांच सालों के दौरान होने वाले खदान हादसों में यह सबसे घातक है। शुरुआती आंकड़ों के अनुसार इस लिस्टव्याझान्या खदान में किसी के जीवित होने की संभावना नहीं के बराबर है। क्षेत्रीय अधिकारियों ने मृतकों की याद में तीन दिन के शोक की घोषणा कर दी है। क्षेत्रीय अधिकारियों के अनुसार, 38 लोग गंभीर रूप से घायल हैं और इन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है जिनमें से चार की हालत अत्यधिक गंभीर है। जब यह हादसा हुुआ उस वक्त खदान में कुल 285 लोग थे। कुछ लोगों के शव भूमिगत हो गए हैं और वे तापमान और मिथेन के कंसंट्रेशन में संतुलन के बाद ही ऊपर आएंगे। केमेरोवो के गवर्नर सर्गेई सिविलयोव ने इस हादसे पर दुख प्रकट किया है। विस्फोट के खतरे के कारण लगभग 250 मीटर (820 फीट) अंदर भूमिगत खदान में फंसे लोगों को बचाने का प्रयास गुरुवार दोपहर के बाद रोक दिए गए और बचाव दल को खदान से बाहर निकाल लिया गया। समाचार एजेंसी ने बताया कि खनिकों के पास आमतौर पर छह घंटे चलने के लिए आक्सीजन क्सीजन आपूर्ति होती है जिसे कुछ और घंटे चलाया जा सकता है। हालांकि खनिकों का आक्सीजन किसी भी तरह गुरुवार देर रात समाप्त हो गया होगा। रूस की जांच समिति ने सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में आग की आपराधिक जांच शुरू की है, जिसके कारण मौतें हुईं। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने जान गंवाने वाले खनिकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और सरकार को घायलों को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने का आदेश दिया।