देहरादून। सहकारिता विभाग की राज्य समेकित सहकारी विकास परियोजना के कार्यालय में एनसीडीसी भारत सरकार द्वारा अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली उत्तराखंड की समितियों को पुरस्कृत किया गया। पुरस्कृृत की जाने वाली समितियों में प्रथम पुरस्कार बहुउद्देशीय पूर्वी रामनगर किसान सेवा सहकारी समिति, रामनगर, नैनीताल, द्वितीय पुरस्कार बहुउद््देशीय अजबपुर कलां किसान सेवा सहकारी समिति, जोगीवाला, देहरादून, तृृतीय पुरस्कार आदर्श दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति प्रतापपुर उधमसिंह नगर, चतुर्थ पुरस्कार महिला दुग्ध समिति पलसो चम्पावत, पंचम पुरस्कार हिमालयन ऑर्गेनिक औद्योगिक उत्पादन सहकारी समिति लि0 पुरडा गरूड़, बागेश्वर, षष्ठम पुरस्कार महिला दुग्ध उत्पादन सहकारी समिति बसगर, शक्तिफार्म, उधमसिंह नगर, और सप्तम पुरस्कार महिला दुग्ध उत्पादन सहकारी समिति चक्कीमोड़, उधमसिंह नगर को दिया गया।
राज्य समेकित सहकारी विकास परियोजना के मुख्य कार्यक्रम निदेशक डॉ आर मीनाक्षी सुन्दरम् सचिव, सहकारिता ने सभी पुरस्कृत समितियों को शुभकामनाएं एवं बधाई दी साथ ही उनके कार्योे की सराहना करते हुए कहा कि सभी समितियों ने अपनी मेहनत एवं लगन से उत्कृृष्ट कार्यों का प्रदर्शन किया है। एनसीडीसी के साथ राज्य सहकारिता पुराना संगठन रहा है। उन्होंने कहा कि विकासशील ही नहीं अपितु विकसित देशों में भी कॉपरेटिव मूवमेन्ट काफी महत्वपूर्ण रहा हैं। एवं कई अन्य देशों में जैसे कि यूरोप में आज भी काफी मजबूत कॉपरेटिव समितियां है, जो अपने कारोबार को दिन-प्रतिदिन बढ़ावा दे रही है। पूर्वी एशिया में काफी मजबूत कॉपरेटिव गतिविधियां हो रही हैं। हमारे देश के लिए सहकारिता क्षेत्र काफी महत्वपूर्ण है, खासकर कि उत्तराखण्ड राज्य के परिपेक्ष्य में क्योंकि यहां पर छोटे एवं सीमांत किसानों की संख्या बहुत अधिक है। हमारे प्रदेश के छोटे एवं सीमांत किसानों को जब तक संगठित नहीं किया जायेगा तब तक उनकी सम्पूर्ण प्रगति संभव नहीं है। इसी श्रृंखला में राज्य ने आत्मनिर्भर सहकारी समिति एक्ट भी बनाया जिससे कि जो संगठन बिना सरकार की दखलअंदाजी के कार्य करना चाहते हैं