देहरादून। आप के उपाध्यक्ष अमित जोशी ने आज एक बयान जारी करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उत्तराखंड दौरे को लेकर सवाल किए है। उन्होंने कहा कि मोदी जी पूरे देश के प्रधानमंत्री हैं और वो देश के अलग अलग कोनों में जाकर कार्यक्रमों में भाग लेते हैं। उन्होंने आज से तीन साल पहले, आज ही के दिन उत्तराखंड आकर देहरादून में इन्वेस्टर्स समिट का उद्घाटन किया था जिसके तहत सरकार ने दावा किया था ,कि इन्वेस्टर्स समिट के जरिए उत्तराखंड में 1 लाख 20 हजार करोड़ रुपये का निवेश होगा और इस निवेश के बाद देश के साढ़े तीन लाख से ज्यादा युवाओं को अलग अलग सैक्टर में रोजगार दिया जाएगा, लेकिन आज तीन साल पूरे होने पर एक बार दोबारा प्रधानमंत्री उत्तराखंड आए हैं। तो वो प्रदेश की जनता को इस बात का भी जवाब दें कि उनके द्वारा 3 साल पूर्व की गई घोषणा के बाद उत्तराखंड के कितने युवाओं को राज्य की बीजेपी सरकार ने इन तीन वर्षों में रोजगार दिया।
उन्होने आगे कहा कि 7-8 अक्टूबर 2018 को देहरादून में दो दिवसीय इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया गया था जिसका उदघाटन देश के प्रधानमंत्री ने अपने हाथों से किया था। इस समिट में तीन बडे दावे किए गए थे कि, कुल 601 निवेशों के प्रस्तावों पर एमओयू,1 लाख 24 हजार करोड रुपये से ज्यादा का निवेश,और देश के 3 लाख 50 हजार युवाओं को सीधा रोजगार दिया जाना। अमित जोशी ने कहा कि इस समिट के दौरान पर्यटन ,ऊर्जा,मैन्युफैक्चरिंग,फूड प्रोसेसिंग,हेल्थ केयर,समेत अन्य क्षेत्रों में कुल 601 एमओयू साईन हुए लेकिन धरातल पर कितने उतर पाए कोई नहीं जानता। उन्होनें बताया कि बीजेपी झूठ का वो पुलिंदा है जिसके सच्चाई प्रदेश की जनता जान चुकी है और उत्तराखंड सरकार कैसे जनता को बरगलाती है उनके आंकडे ही इस बात की तस्दीक करते हैं। 27 अगस्त 2021 को विधानसभा में सरकार ने खुद लिखित में बताया कि 1 मार्च 2017 से 31 मार्च 2021 तक उत्तराखंड में केवल 6126.49 करोड रुपये का निवेश हुआ है, जिसके तहत प्रदेश में 15,696 सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम और 47 बडे उद्यम स्थापित हुए । इन्वेस्टर्स समिट के बाद प्रदेश में अभी तक मात्र 233 यूनिट ने ही काम करना शुरु किया है। उत्तराखंड सरकार अपनी साख बचाने के लिए उद्योगों को शुरु करवाने के लिए 190 करोड रुपए खर्च कर चुकी है। अमित जोशी ने आगे कहा कि उत्तराखंड सरकार की नाकामियां और भी हैं और प्रदेश में उधमसिंहनगर में 15 फरवरी 2020 को हुए दूसरे इन्वेस्टर्स समिट में सरकार ने 47 एमओयू होने का दावा करते हुए एक लाख 613. 44 करोड रुपये के निवेश समेत प्रदेश के 2293 लोगों को रोजगार देने की बात कही थी लेकिन इन घोषणाओं का भी अता पता नहीं है।
अमित जोशी ने आगे कहा कि जनता को जवाब चाहिए,प्रधानमंत्री उत्तराखंड आए हैं तो वो जवाब दें कि जिस समिट का उन्होंने उदघाटन किया था और जो निवेश उत्तराखंड में होना था आखिर वो निवेश गया कहां। वो रोजगार कहां गया जो देश के अलग अलग हिस्सों के युवाओ को मिलना था। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री और बीजेपी की कोरी बातों में अब जनता आने वाली नहीं है। जनता बीजेपी की जुमलेबाजी को अच्छी तरह समझ चुकी है। अब चाहे प्रधामंत्री और उनका पूरा कैबिनेट उत्तराखंड के सैकडों दौरे कर ले बीजेपी की नैया पार नहीं होने वाली है। प्रदेश की जनता की भावनाओं से घोखा अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिस जनता ने बीजेपी को पूर्ण बहुमत दिया वही जनता अब बदला लेते हुए बीजेपी को अर्श से फर्श पर पहुंचाने का काम करेगी।