नैनीताल। ज्यों-ज्यों चुनाव नजदीक आ रहे हैं तो हर संगठनों के कर्मचारियों ने भी हड़ताल करने का मन बना लिया है। इसी क्रम में सरोवर नगरी नैनीताल में भी उत्तराखंड के पेयजल आउटसोर्स कर्मचारियों ने पांच सूत्रीय मांग को लेकर अपने टूल डाउन कर हड़ताल शुरू कर दी है। भीमताल मुख्यालय और नैनीताल समेत कर्मचारी काम का बहिष्कार कर धरने पर बैठ गए हैं। यहाँ मंडलीय सलाहकार सितम बाल्मीकि ने कहा जब तक कर्मचारियों की माँग पूरी नहीं होती आंदोलन जारी रहेगा। नैनीताल के मल्लीताल स्थित पम्प हाउस में पेयजल के आउट सोर्स कर्मचारी बीती आधी रात से हड़ताल पर चले गए हैं। इसमें पम्प चंलाने वाले, लाइन मैंन, शिकायत सुधार, सीवर लाइन आदि में काम करने वाले शामिल हैं। आंदोलनरत कर्मचारी ने बताया कि वर्ष 2009 से चल रहे इस आंदोलन में अब तक कोई राहत नहीं मिली है। आरोप लगाया कि कर्मचारियों को डराने धमकाने और बहलाने फुसलाने का काम जोरों पर चल रहा है।
कहा कि आज से शुरू हुए इस धरने के बाद आंदोलन को किसी अंजाम तक पहुंचाकर ही दम लिया जाएगा। मांगों में आउट सोर्स कर्मचारियों ने कहा की उन्हें विभाग के खाली पड़े पदों में वरिष्ठता के आधार पर नियुक्त किया जाए। उत्तराखंड सरकार के 2018 के जी.ओ. के अनुसार कर्मचारियों को विभागीय संविदा/उपनल के माध्यम से नियुक्ति, समान काम के लिए समान वेतन की व्यवस्था की जाए। आउट सोर्स कर्मचारियों को साप्ताहिक और राजकीय अवकाश मिले। इसके अलावा उन्होंने अपने पांचवे और अंतिम बिंदु पर आउट सोर्स कर्मचारियों का न्यूनतम मानदेय ₹25,000/= कराने की भी मांग की है। कर्मचारियों ने एक जुटता का परिचय देकर आगे के आंदोलन की रणनीति तय की जा रही है।