देहरादून। एंटी टैरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने तमिलनाडू में हैलीकॉप्टर क्रेश में शहीद हुए विपिन रावत व अन्य अधिकारियों को श्रद्धांजलि दी और कहा कि विपिन रावत की दर्दनाक मौत ने हिंदुस्तान की 132 करोड़ हिंदुस्तानियों को रुला दिया। शांडिल्य ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश का महान जौहरी बताया जो उन्होंने विपिन रावत जैसे सेना प्रमुख को देश का पहला चीफ ऑफ डिफैंस नियुक्त किया था। एटीएफआई सुप्रीमो शांडिल्य ने कहा कि हिंदुस्तान के दुश्मनों को जितना खौफ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से है उतना ही खौफ, उतना ही डर, उतनी ही दहशत इस उत्तराखंड की मिट्टी पर पैदा हुए विपिन रावत से था।
शांडिल्य ने कहा कि विपिन रावत इस हिंदुस्तान के लिए जीते थे, इस हिंदुस्तान के सांस लेते थे, तिरंगे की आन-बान को समर्पित थे और भारत माता के सच्चे सपूत थे। उन्होंने कहा कि 8 दिसंबर 2021 की तारीख हिंदुस्तान में काले दिवस के रुप में याद रखी जाएगी। वहीं वीरेश शांडिल्य ने एंटी टैरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के तमाम सदस्यों व पदाधिकारियों की तरफ से प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखा। जिसमें मांग की कि भारत मां के सच्चे सपूत विपिन रावत को मोदी सरकार उनकी प्रतिमा ससंद परिसर में स्थापित करे और देश के हर राज्य में चीफ डिफैंस ऑफ स्टाफ विपिन रावत के द्वार बनाए जाएं ताकि देश की युवा पीढ़ी उनकी कुर्बानी को सदा याद रखे। वहीं शांडिल्य ने विपिन रावत की धर्मपत्नी मधुलिका सहित सेना के अन्य 11 अधिकारियों को भी श्रद्धांजलि दी, नमन किया और कहा कि जनरल विपिन रावत की शहादत रहती दुनिया तक भुलाई नहीं जा सकती।