रुद्रपुर। जिला अस्पताल की इमरजेंसी में दिव्यांग प्रमाणपत्र बनवाने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। कुछ लोग लाइन तोड़कर डाक्टर को दिखाने पहुंच गए। इससे लोगों ने हंगामा कर दिया। समझाने पर ड्यूटी पर तैनात पीआरडी जवान से मरीजों व आवेदकों ने धक्का-मुक्की की। स्वास्थ्य परीक्षण कर रहे डा. एमके तिवारी ने खुद स्थिति संभाली तब जाकर लोग शांत हुए।
बुधवार को जिला अस्पताल में मरीज पर्चा बनवाकर इमरजेंसी में बैठे फिजीशियन सर्जन डा. एमके तिवारी को दिखाने के लिए लाइन में लगे थे। यहां पर वह पहले से ही दिव्यांग प्रमाणपत्र बनवाने के लिए बैठे थे। तभी करीब 50-60 आवेदक एक साथ आ गए। इमरजेंसी से बाहर गेट तक लाइन लग गई। इस बीच कुछ मरीज बीच में लाइन तोड़कर अंदर जाकर डाक्टर को दिखाने का प्रयास किया तो हंगामा होने लगा। पीआरडी जवान ने स्थिति संभालने का प्रयास किया लेकिन रोगी व आवेदक नहीं माने। पीआरडी जवान ने दरवाजा बंद कर लिया तो लोग और शोर मचाने लगे। इस पर डा. एमके तिवारी ने बाहर आकर लोगों को भरोसा दिलाया कि सभी के स्वास्थ्य की जांच नंबर आने पर की जाएगी। इसके बाद लोग शांत हुए। दोपहर दो बजे तक लोगों की जांच की गई। डाक्टर का कहना था कि पीएमएस डा. देवेंद्र सिंह पंचपाल से पहले भी आग्रह किया जा चुका है कि इमरजेंसी व दूसरी ड्यूटी एक साथ एक डाक्टर नहीं कर सकता। इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था बनाई जानी चाहिए।