देहरादून/नैनीताल। भारत की संस्कृति पहचान के प्रतीक राष्ट्रगान के रचयिता और काफी कथा संगीत नाटक निबंध जैसी साहित्यिक विधाओं के उच्च कोटि के साधक गुरुदेव रविंद्र नाथ टैगोर के 161वी जयंती के शुभ अवसर पर उत्तराखंड के उदय शंकर संगीत नाटक अकादमी फलसीमा अल्मोड़ा एवं नैनीताल के रामगढ़ में भारत सरकार के सांस्कृतिक मंत्रालय के उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र प्रयागराज एवं उत्तराखंड सरकार के सांस्कृतिक विभाग की ओर से दो दिवसीय रविंद्र नाथ टैगोर जन्म उत्सव समारोह एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में देश के कई हिस्सों से आए कलाकारों ने हिस्सा लिया सांस्कृतिक कार्यक्रम में दिल्ली से आए ली रिदम संस्था द्वारा संचालित ली रिदम म्यूजिक अकादमी के कलाकारों ने अपनी नृत्य और संगीत की अद्भुत प्रस्तुति से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कलाकारों ने रविंद्र नाथ टैगोर के रचनाओं के माध्यम से उन्हें संगीतमय श्रद्धांजलि देखकर कार्यक्रम को यादगार बना दिया।
इस अवसर पर उत्तराखंड सरकार के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे । कार्यक्रम में अति विशिष्ट अतिथि के रूप में कई मंत्री सांसद व गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। उत्तराखंड के संस्कृति विभाग और भारत सरकार के सांस्कृतिक विभाग के एनसीजेडसीसी को बधाई देते हुए, ली रिदम के सह-संस्थापक, राजीव मुखोपाध्याय ने कहा कि इस तरह की एक महान पहल युवा पीढ़ी को भारतीय संस्कृति की समृद्धि के बारे में अधिक जानने का अवसर प्रदान करेगी, हमारे संस्कृति और हमारे दर्शन के अग्रदूत गुरुदेव टैगोर को उनकी रचनाओं के माध्यम से श्रद्धांजलि देना एक अद्भुत अनुभव है। मैं इस पहल का नेतृत्व करने और हमें इस शुभ अवसर पर प्रदर्शन करने का अवसर प्रदान करने के लिए एनसीजेडसीसी और विशेष रूप से प्रोफेसर सुरेश शर्मा, निदेशक, एनसीजेडसीसी का आभारी हूं। ली रिदम की कोऑर्डिनेटर निशा मजूमदार ने कहा, “इतने कम समय में लगातार दो इवेंट करना हमारे लिए बहुत चुनौतीपूर्ण था। हालांकि दर्शकों से जबरदस्त प्रतिक्रिया, आयोजकों से प्राप्त प्रशासनिक समर्थन, एनसीजेडसीसी और ली रिदम टीम द्वारा शानदार प्रदर्शन ने इसे एक बड़ी सफलता की कहानी बना दिया है हमारे लिए यह सांस्कृतिक कार्यक्रम यादगार रहा।