विकासनगर। जौनसार बावर के त्यूणी, चकराता और कालसी तहसील क्षेत्र अंतर्गत अनुसूचित जनजाति के फर्जी प्रमाण पत्रों की जांच की मांग जनजाति आयोग के अध्यक्ष मूरत राम शर्मा से की गई। सोमवार को इस आशय का ज्ञापन आयोग के अध्यक्ष को सौंपा गया। ज्ञापन सौंपते हुए स्थानीय निवासी गंभीर सिंह चौहान ने आयोग के अध्यक्ष को बताया कि जौनसार बावर क्षेत्र में लंबे समय से फर्जी प्रमाण पत्र बनाए जा रहे हैं। हाल ही में कई लोगों के फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर सरकारी सुविधाओं का लाभ लेने के मामले सामने के मामले सामने आए थे। जिसमे जांच के बाद फर्जी प्रमाण पत्रों को खारिज किया गया। आरोप लगाया कि अब एक बार फिर से फर्जी प्रमाण पत्र बनाने का कारनामा शुरू हो गया है। कुछ लोग तो फर्जी प्रमाण पत्र बनाकर सरकारी सेवा का भी लाभ ले रहे हैं। जिसके संबंध में उपजिलाधिकारी कालसी, चकराता, त्यूणी और जिलाधिकारी देहरादून से भी जांच की मांग की गई थी। बावजूद इसके फर्जी प्रमाण पत्र बनाने का धंधा अभी भी जोरों पर है। उन्होंने तीनों तहसील से निर्गत प्रमाण पत्रों की जांच के लिए कमेटी गठित करने की मांग आयोग के अध्यक्ष से की है।