देहरादून। प्रसिद्ध उद्यमी, शिक्षाविद्, अंकशास्त्री, परोपकारी जे.सी. चौधरी की बहुप्रतीक्षित जीवनी का दिल्ली में आयोजित एक शानदार कार्यक्रम के दौरान विमोचन किया गया, जिसमें राजधानी की तमाम दिग्गज हस्तियां उपस्थित रहीं। नामचीन प्रकाशक ओम बुक्स इंटरनेशनल द्वारा प्रकाशित ’द इनक्रेडिबल आकाश स्टोरी’ नामक यह पुस्तक हरियाणा के एक कॉलेज के फैकल्टी सदस्य की भूमिका में मामूली शुरुआत करके आकाश इंस्टीट्यूट को भारत में कोचिंग संस्थानों की सबसे बड़ी श्रृंखला के रूप में स्थापित करने तक श्री चौधरी की यात्रा का लेखा-जोखा है।
प्रतिष्ठित लेखक/पत्रकार अंशु खन्ना द्वारा लिखित पुस्तक में श्री चौधरी ने अपने प्रेरणादायक जीवन का वर्णन किया है। इस वर्णन में उन्होंने एक प्रख्यात संस्थान बनाने के मार्ग में आई उन चुनौतियों पर प्रकाश डाला है, जिन पर उन्होंने कठिन परिश्रम और दृढ़ संकल्प के बल पर, माँ वैष्णो देवी के आशीर्वाद से विजय पाई। पुस्तक का एक बड़ा हिस्सा उनके जीवन भर के जुनून- अंकशास्त्र को समर्पित है। लेखिका ने संस्था निर्माण, धर्मार्थ गतिविधियों और धार्मिक प्रयासों के क्षेत्र में श्री चौधरी की सफलता के मंत्र भी साझा किए हैं।
विदेश मामलों एवं संस्कृति मंत्रालय की केंद्रीय राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने मुख्य अतिथि के रूप में इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। पुस्तक के विमोचन समारोह में लोकप्रिय बॉलीवुड अभिनेत्री टिस्का चोपड़ा और मारिया गोरेटी ने ऑडियंस को जीवनी के नाटकीय अंश पढ़ कर सुनाए। श्री जेसी चौधरी और आकाश$बायजूज के प्रबंध निदेशक आकाश चौधरी तथा आकाश हेल्थकेयर के प्रबंध निदेशक डॉ. आशीष चौधरी के साथ “दे से इट ऑल स्टार्ट्स विद वन मैन’ की थीम पर एक पैनल डिस्कसन भी हुआ। सत्र का संचालन अभिनेत्री टिस्का चोपड़ा ने किया। हर अध्याय 10-12 पृष्ठों से अधिक का नहीं है और अपने आपमें संपूर्ण है। यह पाठकों को धैर्य व समर्पण के महत्व का उपदेश देते हुए असफलता से लड़ने तथा जीवन में कभी भी उम्मीद न खोने का साहस व शक्ति देती है। अपनी जीवनी का विमोचन होने के अवसर पर श्री. चौधरी ने कहा, “दूसरों को लाभान्वित करने के लिए जीवन भर अर्जित किए गए अपने ज्ञान को साझा करने का सबसे अच्छा तरीका होती है- जीवनी। इस पुस्तक में मैंने ठीक यही करने की कोशिश की है। जीवन की तमाम कठिनाइयों पर विजय पाने के लिए हमें अपने सपनों के प्रति धैर्यवान और प्रतिबद्ध बने रहने की आवश्यकता होती है। अपनी इस दास्तान में मैंने एक शिक्षाविद्, उद्यमी और अंकशास्त्री के रूप में लोगों को, विशेष रूप से युवा पीढ़ी को सफलता की ओर ले जाने के लिए अपनी 40 साल की यात्रा चित्रित करने की कोशिश की है। मैंने सारे मूल्यवान पाठ बहुत ही सार्थक शब्दों के माध्यम से अंकित किए हैं, इस उम्मीद के साथ कि मेरे पाठक इन्हें पढ़ने का आनंद लेंगे और अपने जीवन में उतारेंगे।”