देहरादून। उत्तराखंड में मानव वन्यजीव संघर्ष रोकने के लिए गुलदारों की संख्या रोकनी होगी। क्योंकि गुलदारों की संख्या यहां तेजी से बढ़ रही है। इसे नियंत्रित करना जरूरी है। ये बात मंगलवार को भारतीय वन्यजीव संस्थान में शुरू हुई मानव वन्यजीव संघर्ष प्रबंधन कार्यशाला के दौरान विशेषज्ञों ने कही। इस कार्यशाला में उत्तराखंड वन विभाग के भागीरथी वृत्त के कुल 35 अधिकारी एवं कर्मचारी शामिल हो रहे हैं। तीस जून तक चलने वाली इस कार्यशाला का उद्घाटन मुख्य वन संरक्षक गढ़वाल सुशांत पटनायक ने किया। वहीं इसमें सीसीफ भगीरथी डॉ. धीरज पांडे, डब्ल्यूआईआई के डीन डॉ. वाईवी झाला, वैज्ञानिक डॉ. एस सत्यकुमार,डीएफओ नरेंद्रनगर राजीव धीमान सहित कई विशेषज्ञ भी मौजूद थे।