रुद्रप्रयाग। रुद्रप्रयाग में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित अधिकारियों के साथ एक बस में सवार होकर बहुद्देश्यीय शिविर में शामिल हुए। जिलाधिकारी की इस अभिनव पहल से जहां समय और सरकारी धन की बचत हुई वहीं, शिविर में विभागी अधिकारी भी साथ-साथ पहुंचे। उन्हें ऐसे देख लोग भी हैरान रह गए। वहीं, उन्होंने निरीक्षण के बाद स्कूल में बच्चों के साथ मध्याह्न भोजन भी किया। शिविर में 34 शिकायतें दर्ज हुई, जो मौके पर ही हल की गई।
गुरुवार को जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने सरकारी खर्चे को कम करने और विभागीय अधिकारियों के आपसी तालमेल को बढ़ावा देने के लिए जनपद में नई परंपरा शुरू की है। जिलाधिकारी, जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बस में सवार होकर मनसूना में आयोजित बहुद्देश्यीय शिविर में शामिल हुए। सुबह 9 बजे कलक्ट्रेट से बस में सबसे पहले डीएम मयूर दीक्षित, सीडीओ नरेश कुमार, डीडीओ मनविंदर कौर सवार हुईं। इसके बाद बाजार में मुख्य शिक्षाधिकारी यशवंत सिंह चौधरी सहित कृषि, उद्यान, जलसंस्थान, जलनिगम, लोनिवि, पीएमजीएसवाई सहित अन्य विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी बस में सवार हुए। 30 सीट वाली बस में जिलाधिकारी सहित 28 जिला स्तरीय अधिकारी सवार थे। जिलाधिकारी ने बताया कि सरकार, जनता के द्वार कार्यक्रम तभी सार्थक होगा, जब सभी अधिकारी एक साथ जनता के बीच पहुंचे। अपने-अपने विभागीय वाहनों के बजाय एक वाहन में सवार होकर जब तहसील दिवस, बीडीसी, जनता दरबार, बहुद्देश्यीय शिविर में पहुंचेंगे, तो उससे जहां सरकारी खर्चा कम होगा वहीं बेहतर तालमेल के साथ अधिकारी भी कार्यक्रमों में पहुंचेंगे। वहीं, जिलाधिकारी ने उच्च प्राथमिक विद्यालय पाली-फाफंज का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने स्कूली बच्चों के साथ मध्याह्न भोजन भी किया। इससे पूर्व उन्होंने कक्ष-कक्षों का जायजा भी लिया। जायजा लेते हुए बच्चों से सवाल-जवाब भी किए। साथ ही शिक्षकों से विद्यालय के बारे में जानकारी भी मांगी। इस मौके पर प्रधानाध्यापिका रजनी भल्ला, सहायक शिक्षिका पुष्पा देवी व शिक्षक देवानंद गैरोला आदि मौजूद थे।