विकासनगर। जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि एक सैनिक पृष्ठभूमि के व्यक्ति (लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह) का प्रदेश के राज्यपाल बनने पर जनता को बहुत बड़ी उम्मीद थी कि प्रदेश से भ्रष्टाचार खत्म होगा, सरकारी कार्यालयों में उनकी सुनवाई होगी एवं आमजन की भावनाओं का सम्मान होगा, लेकिन जिस प्रकार गवर्नर साहब की कार्यशैली है, उससे जनता की भावनाओं पर जबरदस्त कुठाराघात हुआ है।
नेगी ने कहा कि प्रदेश आकंठ भ्रष्टाचार के दलदल में समा चुका है, लेकिन भ्रष्टाचारियों एवं सरकार पर कार्रवाई करना तो दूर गवर्नर साहब के मुंह से बोल तक नहीं फूट रहे हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि इन्होंने अप्रत्यक्ष तौर पर पार्टी विशेष की सदस्यता ग्रहण कर ली है तथा सिर्फ पुष्पगुच्छ (बुके) आदान प्रदान करने की ही इनको जिम्मेदारी दी गई है। नेगी ने कहा कि प्रदेश में माफियाओं एवं दलालों का साम्राज्य स्थापित हो गया है एवं भ्रष्टाचार/ अव्यवस्थाओं के नित नए आयाम स्थापित हो रहे हैं तथा आमजन को न्याय नहीं मिल पा रहा है, लेकिन राजभवन की खामोशी प्रदेश की जनता का अहित कर रही है। राजभवन को प्रेषित होने वाले ज्ञापनों पर सिर्फ रस्म अदायगी हो रही है, कभी गंभीरता पूर्वक ज्ञापनों पर दिलचस्पी नहीं ली गई। मोर्चा गवर्नर साहब की बर्खास्तगी को लेकर आंदोलन करेगा। पत्रकार वार्ता में दिलबाग सिंह व विजय राम शर्मा मौजूद थे।