देहरादून। डोईवाला शुगर कंपनी लि0 बाह्य गन्ना क्रय केन्द्रों से गन्ना परिवहन का कार्य कर रहे ठेकेदारों द्वारा पेराई सत्र के दौरान गन्ना परिवहन कार्य के बिल भुगतान हेतु मिल में प्रस्तुत किये गए थे, मिल द्वारा उक्त परिवहन ठेेकेदारों एवं उनके वाहनों चालकों को पेट्रोल पम्प से जो डीजल उपलब्ध कराया गया था। उसकी राशि इनके बिलों से कटौती कर समायोजित की गई। ठेकेदारों द्वारा डीजल की राशि अधिक वसूलने की मौखिक शिकायत मिल से की गई।
उक्त का संज्ञान लेते हुए मिल द्वारा उक्त परिवहन ठेकेदारों को जारी की गई डीजल की पर्चियों की जांच की गई। जांच के दौरान लगभग 33 पर्चियां ऐसी पायी गई जो मिल स्तर से जारी नहीं हुई। जांच के दौरान संज्ञान में आया कि फर्जी पर्चियां बनवाई गई व संबंधित पैट्रोल पम्प द्वारा फर्जी पंिर्चयों पर तेल व नकद पैसे दिए गए तथा वह फर्जी पर्चियां बिना पड़ताल किए संबंधित पैट्रोल पम्प द्वारा डोईवाला शुगर मिल को भुगतान हेतु भेज दी गई। जिसे रजिस्टर में मिलान करने पर फर्जीवाड़े का पता लगा कि ये पर्चियां मिल द्वारा जारी नहीं की गई। इस फर्जीवाड़े में ट्रासंपोर्टर, ड्राईवर व पैट्रोल पम्प की मिली भगत उजागर होने पर थाना कोतवाली डोईवाला में प्राथमिकी दर्ज की गई है।