रूद्रपुर। फर्जी डॉक्यूमेंट के आधार पर टैण्डर लेने वाले ठैकेदारों के खिलाफ तुरन्त धोखा-धड़ी का मुकदमा दर्ज कराना सुनिश्चित करें। यह निर्देश जिलाधिकारी युगल किशोर पन्त ने सोमवार को जिला कार्यालय सभागार में जल जीवन मिशन योजनान्तर्गत संचालित कार्यों की समीक्षा करते हुए दिये। जिलाधिकारी युगल किशोर पन्त ने अधिशासी अभियंताओं को निर्देशित करते हुए कहा कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत ठैकेदारों द्वारा लगाये जाने वाले दस्तावेजों की गहनता से जॉच करना सुनिश्चित करें और फर्जी दस्तावेज लगाने वाले व्यक्तियों के खिलाफ तुरन्त मुकदमा दर्ज कराना सुनिश्चित करें।
उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि जनता की सहूलियत पर विशेष ध्यान दिया जाये न कि ठैकेदार की सहूलियतों पर। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि समय से काम शुरू न करने वाले ठैकेदारों के टैण्डर शीघ्रातिशीघ्र निरस्त करने की कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत योजनाओं को समयबद्धता एवं गुणवत्ता से पूर्ण करना सुनिश्चित करें। जिन योजनाओं में अपेक्षित गति प्राप्त नहीं हुई है, उन योजनाओं में तेजी लाकर योजनाओं को समय से पूर्ण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि कोई भी घर जल संयोजन से वंचित न रहे और हर घर में नल-हर नल में जल होना चाहिए। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि पानी की टंकी निर्माण कार्य में मजदूरों की सुरक्षा पर भी विशेष ध्यान देना सुनिश्चित करें ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी न हो।
उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि ग्रामीण पेयजल एवं स्वच्छता समितियों की महत्वपूर्ण भूमिका होने के कारण समितियों कको जल की गुणवत्ता परीक्षण किट व किट के उपयोग करने के सम्बन्ध में प्रशिक्षण देते हुए समितियों को पेयजल एवं स्वच्छता के प्रति जागरूक करना सुनिश्चित करें। उन्होंने महाप्रबन्धत जल संस्थान के स्तर पर लम्बित प्रकरणों की सम्पूर्ण जानकारी तत्काल उपलब्ध कराने के निर्देश अधिशासी अभियंताओं को दिये।
नोडल अधिकारी एवं अधिशासी अभियंता मृदुला सिंह ने बताया कि कार्यात्मक घरेलू नल कनेक्शन (एफएचटीसी)की संख्या 95406 हो चुकी है जबकि जनपद में 201229 का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि जनपद के 607 राजस्व गा्रमों में से 604 राजस्व ग्रामों में ग्रामीण पेयजल एवं स्वच्छता समितियों का गठन हो चुका है। इसके साथ ही उन्होंने जनपद में प्रथम व द्वितीय चरण के कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी विशाल मिश्रा, परियोजना निदेशक डीआरडीए हिमांशु जोशी, जिला विकास अधिकारी तारा ह्यांकी, जिला पंचायतराज अधिकारी आरसी त्रिपाठी, सहित जल संस्थान व जल निगम के अधिशासी अभियंता उपस्थित थे।