विकासनगर। जन संघर्ष मोर्चा के जिला मीडिया प्रभारी प्रवीण शर्मा पिन्नी ने कहा कि जनपद हरिद्वार के फूलगढ़ गांव (पथरी थाना क्षेत्र) में जहरीली शराब पीने से अब तक 9 लोगों की जान चली गई यानी 9 परिवार तबाह हो गए तथा कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है, लेकिन अवैध शराब के कारोबार पर अंकुश लगाने एवं इतने गंभीर (एक तरह से हत्याकांड) मामले में एसएसपी के खिलाफ कार्यवाही न होना दुर्भाग्यपूर्ण है। जनपद हरिद्वार में अवैध शराब के कारोबार पर अंकुश लगाने की एसएससी क्यों हिम्मत नहीं जुटा पाए ? हरिद्वार जनपद के ग्रामीण आंचल में अवैध शराब का बहुत बड़ी मात्रा में उत्पादन हो रहा है तथा बाहर से भी शराब का बहुत बड़ा जखीरा लाया जाता है, लेकिन एसएसपी कुर्सी से चिपके रहे द्य प्रचलित है कि अगर कोई चोर-लुटेरा पुलिस द्वारा पकड़ा जाता है तो संबंधित एसएसपी तत्काल प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर वाहवाही लूटते हैं, लेकिन इतने बड़े मामले में मात्र निलंबन एवं खामोशी निश्चित तौर पर कष्टकारी है। पिन्नी ने जोर देकर कहा कि संबंधित क्षेत्र के थानाध्यक्ष रविंद्र कुमार को इस मामले में सिर्फ निलंबित किया गया है, जोकि नाकाफी है। रविंद्र कुमार, जिन्होंने अपने सेवाकाल में माल बटोरने एवं जी हजूरी के सिवा कुछ नहीं किया, उनकी इतनी जल्दी पदोन्नति के पीछे किस आला अधिकारी का हाथ है, जांच का विषय है। आलम यह है कि जिम्मेदारी से काम करने वाले पुलिसकर्मी बामुश्किल एक-आध प्रमोशन ही ले पाए हैं, लेकिन इन महाशय की पदोन्नति मामले में निश्चित तौर पर नियमों को तार-तार किया गया है, ऐसा सूत्र बताते हैं। मोर्चा ने सरकार से मांग करता है कि जिम्मेदार एसएसपी के खिलाफ कार्रवाई एवं संबंधित सभी अधिकारियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज हो। इस मामले में मोर्चा न्यायालय की शरण भी ले सकता है।