देहरादून। पर्यावरणविद् डा. अनिल जोशी के नेतृत्व में प्रगति से प्रकृति पथ साइकिल यात्रा 24वें दिन झांसी से डाबरा पहुंची। इस दौरान यात्री दल ने 57 किलोमीटर की दूरी तय की।
डा. अनिल जोशी ने बताया कि डाबरा पहुंचने से पहले केंद्रीय कृषि वानिकी अनुसंधान संस्थान झांसी के निदेशक डा. ए अरूणांचलम ने यात्रियों का स्वागत किया, यात्री दल दीपावली के लिए यहीं रुका। जिसके बाद ईको फ्रेंडली दीपावली मनाई गई। मंगलवार को भारतीय चरागाह एवं चारा अनुसंधान संस्थान के निदेशक डॉ. अमरेश चंद्रा, गरौठा विधायक जवाहर लाल राजपूत, अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ यात्री दल ने बैठक की। इस दौरान जोशी ने कहा कि जो जिस पारिस्थितिकी तंत्र में पैदा होता है, वैसा ही उसका स्वभाव होता है। हमारा भोजन बदल गया, रहन-सहन बदल गया, भाषा बदल गई, लेकिन सत्य ही है कि हम अपने मूल भाव को नहीं बदल सकते। उन्होंने कहा कि विज्ञान की परिभाषा चंद्रमा में जाना नहीं, ना ही मंगल को खोजना है। बल्कि विज्ञान की परिभाषा अपनी पृथ्वी को पहचाने की होनी चाहिए।