रुड़की। प्रोफेसर कमल किशोर पंत (के. के. पंत) (पीएच.डी. एफआरएससी, एफएनएई. एफएनएएससी. एफआईई (आई), एफआईआईसीएचई एफबीआरएसआई) भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की (आईआईटी रुड़की) के नए निदेशक बने हैं। वे आईआईटी दिल्ली में डीन फैकल्टी और केमिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर रहे चुके है। नए निदेशक का लक्ष्य संस्थान को विश्व के सर्वाेपरि संस्थानों के बीच प्रतिष्ठित करना है। आईआईटी रुड़की को विभिन्न क्षेत्रों के अंतर्राष्ट्रीय स्कॉलरों को प्रशिक्षित करने का गढ़ बनाने और अत्याधुनिक अनुसंधान और नवाचार हेतु वैश्विक करारों को बढ़ावा देने के लक्ष्य से संस्थान की योजना अनुसंधान एवं विकास की नई बुनियादी व्यवस्था बनाने की है। प्रो. पंत भारत में स्टार्ट-अप्स बनाने में पुरजोर समर्थन देते रहे हैं जो कि यूनिकॉर्न बढ़ने के वर्तमान परिदृश्य में उत्साहवर्धक है।
आईआईटी रुड़की के नए निदेशक प्रोफेसर के. के. पंत ने अपने विचार रखते हुए कहा, आईआईटी रुड़की ने अक्टूबर 1996 में अपनी 150 वीं सालगिरह मनाई और अब यह 175 वर्ष से भी पुराना संस्थान है हम अपने अन्य सभी समकालीन लोगों के साथ संस्थान के विजन पर काम करते हुए नई ऊंचाई छूएंगे। समाज को सस्टेनेबल और समतापूर्ण बनाने में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की अत्याधुनिक पद्धतियों और नवीन अनुसंधान के साथ अत्याधुनिक शैक्षणिक सामग्री का लाभ लेंगे। प्रो. पंत समग्र दृष्टिकोण और संपूर्ण रणनीति के साथ परस्पर विभिन्न विषयों को लेकर नए क्षेत्रों के तीव्र विकास पर जोर देते हैं। साथ ही इंजीनियरिंग की शिक्षा को नई दिशा दे रहे हैं जिसमें नवाचार, खोज और आर्थिक विकास की कोई सीमा नहीं हो। इसके तहत हायरार्किकल इंटेलिजेंट साइबर फिजिकल इकोसिस्टम बनाने की दिशा में एक कदम रखते हुए इंजीनियरिंग, कला और अन्य विज्ञानों के परस्पर सहयोग की क्षमता विकसित की जाएगी। यह अब तक का सबसे अधिक व्यापक प्रयास होगा।
आईआईटी रुड़की विजन 2030 के विभिन्न कार्य क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगा जैसे कि सस्टेनेबल स्वच्छ और हरित ऊर्जा, इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) नवीकरणीय ऊर्जा, ग्रामीण औद्योगीकरण, अंतरिक्ष, खाद्य उत्पादन में आत्मनिर्भरता अबाध स्वास्थ्य सेवा और डिजिटल भारत जिसके परिणामस्वरूप इंजीनियर अधिक रोजगार योग्य होंगे/ उद्यमी बनेंगे। आगामी वर्षों में संस्थान कई प्रमुख उमरते अंतःविषयी क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगा जो हैं साइबर इंजीनियरिंग, सोशल सिस्टम, लिविंग सिस्टम इंजीनियरिंग, बायोमेक्ट्रोनिक/रोबोटिक्स इंजीनियरिंग कॉग्निटिव सिस्टम्स इंजीनियरिंग, नॉलेज इंजीनियरिंग, इमर्जेंट/कॉम्प्लेक्सटी इंजीनियरिंग और मल्टीरकेल सिस्टम्स इंजीनियरिंग। प्रो. के. के. पंत एक जाने-माने शिक्षाविद हैं जिन्होंने 1997 में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर से पीएच. डी. (केमिकल इंजीनियरिंग) की डिग्री ली। वे वैज्ञानिक अकादमियों आईएएई और एनएएसआई के फेलो हैं। अत्याधुनिक और आने वाले दौर की प्रौद्योगिकियों के जाने-माने विशेषज्ञ प्रो पंत 12 अक्टूबर 2022 को संस्थान के निवर्तमान निदेशक प्रो. ए. के. चतुर्वेदी का पदभार ग्रहण कर चुके हैं। इसके अतिरिक्त प्रो. पंत के सामुहिक शोध कार्य दो बार गांधीवादी युग टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन (जीवाईटीआई) पुरस्कार से सम्मानित हैं। उन्हें कई अन्य सम्मान मिले हैं जैसे केमकॉन विशिष्ट वक्ता पुरस्कार, हरडिलिया पुरस्कार सर्वश्रेष्ठ पीएच.डी. सुपरविजन के लिए डॉ. ए. पी. रामा राव पुरस्कार और डॉ. एस. एस. देशपांडे पुरस्कार आदि। संस्थान के नए निदेशक प्रो. पंत का स्वागत करते हुए प्रो. एम.एल. शर्मा, वित एवं नियोजन के डीन, आईआईटी रुड़की ने कहा, ष्डॉ पंत आने वाले दौर के अनुसंधान में विशेषज्ञता के लिए जाने जाते हैं और वैज्ञानिक समुदाय में उनकी खास पहचान रही है। आईआईटी रुड़की के विभिन्न विभाग नियमित रूप से व्यापक और उच्च प्रौद्योगिकी प्रयोगशालाओं में शोध एवं विकास करते रहे हैं इसलिए प्रो के के पंत की नियुक्ति से बौद्धिक क्षमता इनोवेशन और उद्यमी प्रोफेशनल को और बढ़ावा मिलेगा प्रो के के पंत को हम सभी की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं।