देहरादून। गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा, आढ़त बाजार देहरादून के तत्वावधान में माघ महीने की संग्राद व 40 मुक्तेऔ का शहीदी दिवस कथा -कीर्तन के रूप में श्रद्धा पूर्वक मनाया गया। प्रातः नितनेम के पश्चात हजूरी रागी भाई चरणजीत सिंह ने आसा दी वार का शब्द परमेश्वर दीता बणा, दुख रोग का डेरा भणा का गायन किया एवं गुप्त प्रेमी द्वारा रखे गये श्री अखण्ड पाठ साहिब के भोग डाले गये ,हैड ग्रंथी ज्ञानी शमशेर सिंह जी ने महीने की कथा करते हुए कहा कि श्री गुरु अर्जन देव जी समझाते हैँ कि माघ के महीने में हम सभी को गुरमुखो का संग करके अपने जीवन में निर्मिता लानी चाहिए, प्रभु का नाम खुद जपे औरौ को जपने की शिक्षा दे, और आज के गुरु गोविंद सिंह जी ने अपने जीवन की आख़री 14वीं जंग मुक्तसर साहिब जी में लड़ी और भाई महा सिंह जी के जत्थे को खीमा किया और मुक्त किया, तथा जंग में जीत प्राप्त की।।
भाई गुरदियाल सिंह जी हजूरी रागी ने शब्द ष् देह सिवा बरु मोहे इहै सुभ करमन ते कबहू न टरो एवं माघि मजनु संग साधूआ धूडी करि इसनानष् का गायन कर संगत को निहाल किया सभाई शमशेर सिंह जी ने सरबत के भले के लिए अरदास की ,कार्यक्रम के पश्चात संगत ने गुरु का लंगर व प्रशाद ग्रहण किया स सरदार गुरबख्श सिंह राजन जी व सरदार गुलजार सिंह जी द्वारा संगतों को माघि महीने की बधाई दी, मंच का संचालन करते हुए सरदार दविंदर सिंह जी भसीन ने कहा कि हम सभी को ऐसे ही हर रोज गुरु साहिब जी के दर्शन करने आना चाहिए,आई संगत को प्रबंधक कमेटी की और से बधाई दी। इस अवसर पर प्रधान गुरबक्श सिंह राजन, महासचिव गुलजार सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष जगमिंदर सिंह छाबड़ा, चरणजीत सिंह चन्नी, गुरप्रीत सिंह जी जौली, सतनाम सिंह, दविंदर सिंह भसीन राजिंदर सिंह राजा, दविंदर सिंह सहदेव, गुरदेव सिंह साहनी आदि उपस्थित थे।