देहरादून। मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय संगठन द्वारा किशननगर स्थित दीपलोक श्रीराम मंदिर में डॉक्टर्स डे के उपलक्ष्य में वरिष्ठ चिकित्सकों को संगठन द्वारा सम्मानित किया गया। इस मौके पर सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता, चित्रकला प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को भी पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से (न्यायमूर्ति) राजेश टंडन, कैंट विधायक सविता कपूर, पद्मश्री डॉक्टर बीकेएस संजय, सुनील अग्रवाल, वीणा जैन संगठन के चेयरमैन सचिन जैन रहे।
इस अवसर पर देहरादून के जाने वाले वरिष्ठ चिकित्सक जो अपनी निरंतर जन सेवाएं दे रहे हैं उनको सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वाले डॉक्टरों में डॉ अभिनव जैन (दंत चिकित्सक), डॉक्टर ओम प्रकाश गुप्ता (नेत्र सर्जन), आरडी अग्रवाल (फिजिशियन), डॉक्टर नेहा बत्रा (दून हॉस्पिटल ब्लड बैंक इंचार्ज), डॉ पवन कुमार गोयल (फिजिशियन) शामिल हैं। इस अवसर पर विधायक सविता कपूर, न्यायमूर्ति राजेश टंडन, पद्मश्री डॉक्टर बी के एस संजय ने अपने विचार रखे और कहा कि स्वस्थ रहना बहुत जरूरी है, जो हमें मानसिक रूप से व शारीरिक रूप से मजबूत बनाता है। भारत में हर साल 1 जुलाई को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस देश के महान डॉक्टर बिधान चंद्र रॉय का जन्म और पुण्यतिथि के अवसर पर मनाया जाता है। इस मौके पर हमें विभिन्न बीमारियों और कोरोना वायरस जैसी जानलेवा महामारी से बचाने वाले सभी चिकित्सकों का सम्मान करते हुए उनका आभार व्यक्त करना चाहिए। जिनके माध्यम से अपनी जान पर खेलकर उन्होंने आमजन की सेवा की। मानवधिकार क्षेत्र में सर्वोपरि कार्य कर रहा है और लगातार ऐसे उद्यमी लोगों को सम्मानित करता है। कार्यक्रम का संचालन प्रदेश अध्यक्ष मधु जैन एवम सारिका चैधरी ने किया। पुरस्कृत किए गए बच्चों में कला प्रतियोगिता के विजेता जानवी कोठारी प्रथम, निहारिका द्वितीय व मान्यता नेगी तृतीय रहीं। छवि प्रथम, अदिति कोठारी द्वितीय व वैभव शर्मा तृतीय रहे। सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता के विजेताओं में आरव मारा प्रथम, सिद्धार्थ सजवान द्वितीय व सुनीता पांडे तृतीय, आदित्य कोठारी तृतीय रहे। 35 बच्चों को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। इस अवसर पर जितेंद्र डंडोना, बबीता आनंद, रेखा निगम, राजकुमार तिवारी, अमर जैन अमित अरोड़ा, एनके गुप्ता, लच्छू गुप्ता, कुलदीप विनायक, सुरेंद्र पाल सिंह, घनश्याम वर्मा, रोशन राणा, पुनीत बग्गा, सोनिया रावत, कविता जैन आदि उपस्थित रहे।