रूद्रपुर। एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान छह दिन के नवजात शिशु की मौत हो गई। परिजनों ने उपचार में लापरवाही का अस्पताल में जमकर हंगामा काटा। सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों को शांत कर शव को पोस्मार्टम के लिए भेजा है। परिजनों ने अस्पताल संचालक के खिलाफ कार्रवाई को तहरीर पुलिस को दी। चैकी रम्पुरा क्षेत्र प्रीत विहार निवासी नीरज पाल ने बताया कि उसके घर पर खुशी का माहौल था और 31अक्टूबर को अचानक नवजात शिशु की तबियत बिगड़ गयी। उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही थी जिस पर परिजन उसे पास ही स्थित न्यू मेडीस्टार हॉस्पिटल ले गये। जहां चिकित्सक ने उसका उपचार शुरू किया। बताया कि जब नवजात शिशु को भर्ती कराते समय अस्पताल प्रबंधक ने शिशु बाल रोग विशेषज्ञ होना बताया।
गुरूवार दोपहर बाद 6 दिन के नवजात शिशु की मौत हो गयी। परिजनों ने क्लीनिक संचालक पर उपचार में लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा काटा। हंगामे की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को किसी तरह समझा बुझाकर शांत किया। बाद में पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। नीरज पाल की ओर से अस्पताल संचालक के खिलाफ कार्रवाई को तहरीर पुलिस को दी। अस्पताल प्रबंधन ने उसे बताया था कि अस्पताल में बाल रोग विशेषज्ञ मौजूद हैं, बच्चे का ठीक से इजाल किया जायेगा। वृहस्पतिवार को अस्पताल में कंपाउंडर द्वारा इंजेक्शन लगाया। पीडि़त ने बताया कि अस्पताल में कोई बाल रोग विशेषज्ञ व डिग्रीधारी डाक्टर नहीं है । दो दिन से सिर्फ कंपाउंडर ही बच्चों का इलाज कर रहे थे। एसएसआई कमाल हसन ने मामले की जांच दरोगा जय प्रकाश को सौंपी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आरोपी पर कार्रवाई की जाएगी। इधर अस्पताल संचालक से इस मामले में जानकारी को संपर्क किया तो संपर्क नहीं हो सका।