देहरादून। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता रविंद्र सिंह आनंद ने एक बयान जारी कर राज्य सरकार द्वारा नगर निगम एवं नगर पालिका के चुनाव टालने का मुख्य कारण घपले-घोटाले बताया। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से नगर पालिका एवं नगर निगम में घपले घोटाले हुए और बोर्ड की बैठकों में अपने करीबियों को काम दिलाने के चलते जिस प्रकार से बोर्ड के झगड़े मीडिया के माध्यम से सार्वजनिक हुए उसके डर से राज्य सरकार ने चुनाव को टालना ही उचित समझा क्योंकि राज्य सरकार यह जानती थी कि यदि चुनाव समय पर कराए तो नगर निगम में बड़ी हार होगी। उन्होंने देहरादून का उदाहरण देते हुए कहा कि देहरादून मेयर सुनील उनियाल गामा के कार्यकाल पर सवाल खड़े किए उन्होंने कहा कि नगर एवं वार्डों के विकास कार्यों की आड़ में मेयर सुनील उनियाल गामा हमेशा विवाद में रहे और उनके कार्यकाल में घपले घोटाले होते रहे साथ ही उनका कार्यकाल जनता के लिए निराशाजनक रहा।
उन्होंने स्मार्ट सिटी एवं नगर निगम द्वारा संयुक्त रूप से किये जा रहे कार्यों पर भी प्रश्न चिन्ह लगाते हुए उसमें घपला होने की बात कही उन्होंने कहा कि मेयर सुनील उनियाल गामा पर लगातार भ्रष्टाचार के आरोप एवं आय से अधिक संपत्ति के आरोप लगाते रहे परंतु उन्होंने कभी भी अपनी संपत्ति को सार्वजनिक नहीं किया और ना ही पिछले चार-पांच वर्षों में उनकी संपत्ति में करोड़ों का इजाफा होने पर कोई प्रमाण ही पेश किये। उन्होंने कहा नगर निगम में वेस्ट मैनेजमेंट हेतु जिस प्रकार ट्रैक्टर ट्रालियों के टेंडर में सांठगाठ की गई वो किसी से छुपी नहीं है उन्होंने कहा मेयर का कार्य होता है नगर की साफ सफाई एवं विकास कार्य करना यहां तो गामा जी ने जनहित को छोड़ अपना ही विकास कर डाला।