देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से मंगलवार को राजभवन में सचिव नियोजन उत्तराखण्ड शासन आर मीनाक्षी सुन्दरम, सचिव उद्योग उत्तराखण्ड शासन विनय शंकर पाण्डेय एवं महानिदेशक उद्योग रोहित मीणा ने भेंट कर उत्तराखण्ड में 08 एवं 09 दिसम्बर, 2023 को आयोजित होने वाली ग्लोबल इंवेस्टमेंट समिट की तैयारियों एवं प्रगति के विषय में जानकारी दी। 08 दिसम्बर, 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देहरादून में ग्लोबल इंवेस्टमेंट समिट का उद्घाटन करेंगे। बैठक में राज्यपाल ने कहा कि यह आयोजन सशक्त उत्तराखण्ड के स्वप्न को साकार करने और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 21वीं शताब्दी के तीसरे दशक को उत्तराखण्ड का दशक बनाने के संकल्प की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। राज्यपाल ने कहा कि यह आयोजन इकोनॉमी, इकोलॉजी, ऐथिक्स और इम्प्लॉयमेंट का संगम होगा। राज्यपाल ने कहा कि इस आयोजन का लक्ष्य उत्तराखण्ड के हर वर्ग क्षेत्र के विकास हेतु संकल्पित है। उन्होंने कहा कि औद्योगिक निवेश से उत्तराखण्डवासियों के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे साथ ही इतने बड़े औद्योगिक निवेश के बाद राज्य सरकार के जी.एस.टी. संग्रह में भी वृद्धि होगी।
बैठक में आर मीनाक्षी सुन्दरम ने बताया कि इस आयोजन हेतु मुख्यमंत्री के नेतृत्व में विभिन्न फोकस क्षेत्रों की पहचान की गई है जो विनिर्माण, पर्यटन एवं आतिथ्य, कल्याण एवं आयुष, हेल्थ केयर, शिक्षा, ऊर्जा और रियल स्टेट हैं। श्री सुन्दरम ने बताया कि विभिन्न क्षेत्रों में निवेश को आकर्षित करने के लिए प्रचलित नीतियों में संशोधन करने के साथ-साथ नई नीतियों का निर्धारण भी किया गया है जिनमें सर्विस सेक्टर नीति, लॉजिस्टिक्स नीति अनुकूलित पैकेज व्यवस्था, कैपेक्स सब्सिडी, एम.एस.एम.ई. नीति, स्टार्टअप नीति आदि प्रमुख है। श्री सुन्दरम ने बताया कि नीति निर्धारण करते समय विभिन्न राज्यों की उत्कृष्ट नीतियों का अध्ययन भी किया गया है। साथ ही कई नीतियों के निर्धारण में उत्तराखण्ड देश का प्रथम राज्य भी बना है जिसका लाभ अन्य राज्यों को भी होगा। बैठक में विनय शंकर पाण्डेय ने बताया कि ‘‘सशक्त उत्तराखण्ड’’ के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आयोजित किए जा रहे ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के लिए अब तक देश और विदेश में विभिन्न स्थानों पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में किए गए रोड शो एवं बैठकों को अभूतपूर्व प्रतिक्रियाएं मिली है। श्री पाण्डेय ने बताया कि ग्लोबल इंवेस्टमेंट समिट हेतु विभिन्न विभागों द्वारा 200 से अधिक निवेश योग्य परियोजनाएं तैयार की गयी है और 6000 एकड़ से अधिक भूमि ग्राउंडिंग हेतु चिन्हित की गयी है। बैठक में रोहित मीणा ने बताया कि ग्लोबल इंवेस्टमेंट समिट हेतु तय लक्ष्यानुसार 2.5 लाख करोड़ से अधिक के एमओयू पर हस्ताक्षर हो चुके हैं। श्री मीणा ने बताया कि पर्यटन, स्वास्थ्य, आई.टी. जैसे सेक्टरों के बड़े उद्योगपतियों ने उत्तराखण्ड में निवेश करने के लिए सहर्ष एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। श्री मीणा ने बताया कि 2.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक के समझौतों के सापेक्ष एक बड़ी मात्रा में ग्राउंड ब्रेकिंग इसी वित्तीय वर्ष में हो जायेगी, जो इस आयोजन की सबसे बड़ी उपलब्धि है। बैठक में सचिव राज्यपाल रविनाथ रामन एवं राजभवन के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।