देहरादून। स्कूलों के लिए समाधान प्रदान करने वाली आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से संचालित प्रमुख शैक्षिक संस्था जैमिट ने द फ्यूचर फाउंडेशन के साथ साझेदारी की है। गौरतलब है कि द फ्यूचर फाउंडेशन एक गैर लाभकारी संस्था है जो स्कूलों में बच्चों और शिक्षकों को सशक्त बनाती है और उन्हें स्किल सिखाती है ताकि वे 21वीं सदी में उन्नति की राह पर चल सकें। साझेदारी के तहत फ्यूचर फाउंडेशन ने 40 लाख रुपये की राशि देने का वादा किया है। यह राशि 31 मार्च, 2024 से पहले जैमिट द्वारा प्रस्तावित फ्यूचर रेडीनेस कार्यक्रमों के लिए साइन अप करने वाले स्कूलों को स्पांसर करने के लिए दिया जायेगा। फ्यूचर फाउंडेशन स्कूल की ओर से 100 प्रतिशत शुल्क स्पांसर करेगा। इससे जैमिट को पूरे भारत में बड़ी संख्या में स्कूलों तक पहुंचने में सुविधा होगी और फ्यूचर रेडीनेस में छात्रों के विकास को बढ़ावा देने के लिए स्कूलों को आवश्यक उपकरणों और संसाधनों से लैस किया जा सकेगा।
इस पहल के माध्यम से ओरिजनल रिसर्च करने के लिए छात्रों को छात्रवृत्ति और शिक्षकों को ग्रांट्स (अनुदान) भी प्रदान किया जायेगा। जो छात्रवृत्ति दी जायेगी वह छात्रों की पढ़ाई में लगायी जायेगी। इसके अलावा यह छात्रवृत्ति की राशि उन्हें जैमिट के छात्रों के लिए नौ आयामों (जेडक्यू) और शिक्षकों (टर्म) के अनुसार 21 वीं सदी के लिए जरूरी स्किल विकसित करने में सक्षम बनाएगी।
द फ्यूचर फाउंडेशन द्वारा दिए जाने वाले ग्रांट्स (अनुदान) से न केवल छात्र बल्कि शिक्षक भी लाभान्वित होंगे क्योंकि फ्यूचर फाउंडेशन द्वारा उन्हें स्किल और नॉलेज इंटीग्रेटेड लर्निंग डोमेन में ओरिजनल रिसर्च करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। ये रिसर्च पहल शैक्षिक परिदृश्य को मजबूत करने और समग्र शिक्षा प्रदान करने की जैमिट की प्रतिबद्धता के अनुरूप एजुकेशन एक्सीलेंस (शिक्षण उत्कृष्टता) के विकास में योगदान करने के लिए डिजाइन की गई हैं।
जैमिट के सीईओ अभिजीत मुखर्जी ने साझेदारी पर अपना उत्साह व्यक्त करते हुए कहा कि पिछले तीन सालों में जैमिट ने कई स्कूल लीडर्स, एजुकेशनिस्ट, छात्रों और अभिभावकों से मुलाकात की। हर कोई जानकारी के साथ स्किल सीखने की कवायद में समस्या का सामना कर रहा था। इस समस्या का हल उनके पास नहीं था। इसलिए जैमिट ने ब्रिटेन के क्यूएआई (क्यूएआई, यूके) से साझेदारी करके इस समस्या का समाधान करने के लिए स्कूलों में एक अंतरराष्ट्रीय ढांचा और एक रिसर्च कार्यक्रम चलाने का जिम्मा उठाया। इसके अलावा नई शिक्षा नीति 2020 के तहत प्रत्येक स्कूल को नए एजुकेशन टेक्नोलॉजी, प्लेटफार्मों और डिजिटल संसाधनों के लिए अवसर पैदा करने की आवश्यकता है। इससे शिक्षण पद्धतियों और छात्रों की भागेदारी को बढ़ाया जा सकता है। यह साझेदारी स्कूलों को एनईपी 2020 के साथ जुड़ने में मदद करेगी और उनके शिक्षकों तथा छात्रों के लिए बेहतरीन अवसर प्रदान करेगी। जैमिट में हमारा मानना है कि शिक्षा से बहुत बड़ा बदलाव लाया जा सकता है और हम इसी दिशा में काम कर रहे हैं। द फ्यूचर फाउंडेशन के साथ यह साझेदारी हमें अपनी पहुंच और प्रभाव बढ़ाने में मदद करेगी।