देहरादून। उत्तराखंड में हाल ही में उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया गया। समिट में देहरादून को इंवेस्टमेंट डेस्टीनेशन के रूप में बढ़ावा देने के लिए 5,000 राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। इन्वेस्टर्स समिट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देहरादून स्थित वन अनुसंधान संस्थान में किया गया। समिट में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र पर विशेष चर्चा करने के लिए इंजीनियरिंग और टेक इंवोशन कंसल्टेंट कंपनियों में अग्रणी रोडिक कंसल्टेंट्स प्रा. लिमिटेड को आमंत्रित किया। रोडिक के कार्यकारी निदेशक आलोक सक्सेना ने स्वास्थय सेवाओं की राज्य के दूर- दराज के क्षेत्रों में पहुंच पर ध्यान देने के साथ-साथ स्वास्थ्य सेवा के डिजिटल परिवर्तन के महत्व पर भी प्रकाश डाला। आलोक सक्सेना के पास स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और श्रम एवं रोजगार मंत्रालय में आईएएस के रूप में कार्य करने का समृद्ध अनुभव है। उन्होंने राष्ट्र के सामूहिक विकास के लिए पीपीपी (सार्वजनिक-निजी भागीदारी) को एक महत्वपूर्ण तत्व बताया।
अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने अपने प्रोजेक्ट और आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन के साथ बिहार में वन-स्टेट-वन-सिस्टम डिजिटल हेल्थकेयर समाधान को सफलतापूर्वक लागू करने में रॉडिक की महत्वपूर्ण भूमिका का उल्लेख किया। रॉडिक कंसल्टेंट्स का लक्ष्य एआई-सक्षम समाधानों के माध्यम से उत्तराखंड में जमीनी स्तर पर डिजिटल परिवर्तन लाना है। इंटरनेट ऑफ थिंग्स तकनीक का लाभ उठाते हुए, रॉडिक कंसल्टेंट्स ने समाज के सबसे गरीब तबके को आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने के लिए लास्ट मील कनेक्टिविटी प्रदान करने और हर जिले के हर गांव में स्वास्थ्य सेवा का विस्तार करने का प्रस्ताव दिया। इस वर्ष के उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का विषय शांति और समृद्धि था। रॉडिक कंसल्टेंट्स के स्वास्थ्य सेवा परिवर्तन प्रस्ताव ने उत्तराखंड को व्यापार के लिए एक संपन्न केंद्र के रूप में स्थापित करने, आर्थिक समृद्धि को बढ़ावा देने और क्षेत्र में सतत विकास के शिखर सम्मेलन के उद्देश्य में एक महत्वपूर्ण आयाम जोड़ा।