हरिद्वार। भारतीय संस्कृति के प्रति विदेशियों में सदैव से कौतुहल का भाव रहा है। वे यहाँ के आध्यात्म, योग ध्यान के साथ साथ खानपान और आनंदमय जीवन शैली को जानने समझने हेतु भारत आने के लिए तत्पर रहते हैं। ऐसे में यदि कोई उनको गाइड बनकर इन सबका आनंद प्राप्त करने का सहयोगी बन जाये तो वे सदैव के लिए जुड जाते है। ऐसी ही अखिल भारतीय सद्भावना समिति के राष्ट्रीय महासचिव योगी दिवाकर श्री प्रवासी भारतीयों के साथ ही विदेशी लोगों में धर्म आध्यात्म संस्कृति की अलख जगा रहे है। ये विदेशियों को भारत से जोड़ने का महत्वपूर्ण कार्य कर रहे है। इनका रोम रोम भारतीय आध्यात्म का गुणगान करने में संलग्न रहता है। अखिल भारतीय सद्भावना समिति के राष्ट्रीय महासचिव के रूप में कार्य कर रहे योगी दिवाकर श्री के देश विदेश में लाखों भक्त है जिनमें वडी संख्या में विदेशी भक्त है। ऐसे सैकड़ों लोग है जो इनसे जुड़कर पूरी तरह से भारतीयता के रंग में रंग गये है और उनके साथ आध्यात्मिक सफर पर चल पडे हैं। वृंदावन में अपना शेष जीवन बिताने की तमन्ना रखने वाले लोगों के लिए ये वृंदावन में एक आश्रम का निर्माण करवा रहे हैं जहाँ विदेशी भक्तों के साथ साथ प्रवासी भारतीयों के लिए भी कृष्ण भक्ति का मार्ग खुलेगा।