देहरादून। जर्नलिस्ट यूनियन ऑफ उत्तराखण्ड का द्विवार्षिक अधिवेशन परेड ग्राउन्ड स्थित उज्जवल फूड्स रेस्टोरेन्ट में आयोजित किया गया। अधिवेशन में यूनियन की नई प्रदेश कार्यकारिणी का चुनाव किया गया। चुनाव मे सर्वसम्मति से अध्यक्ष पद पर उमाशंकर प्रवीण मेहता, महामन्त्री पद पर गिरीश पन्त, और कोषाध्यक्ष पद पर ललिता बलूनी को निर्वाचित किया गया। अधिवेशन में बतौर मुख्य अतिथि इन्डियन जर्नलिस्ट यूनियन के राष्ट्रीय सचिव व वरिष्ठ पत्रकार जय सिंह रावत ने कहा कि लोकतन्त्र के चैथे स्तम्भ के रूप मे पत्रकारों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। आज अभिव्यक्त की स्वतंत्रता के नाम पर मीडिया बेलगाम हो गया है। वास्तविक पत्रकारिता आम आदमी से दूर होकर खास व्यक्ति तक सीमित होकर रह गयी है
उन्होंने कहा पत्रकारिता दपर्ण की तरह साफ होनी चाहिए जिससे समाज को नई दिशा मिले और समाज से व्याप्त बुराइयों को जड़ से उखाड़ फेंका जा सके। उन्हांेने नवनिर्वाचित कार्यकारिणी को बधाई देते हुए उम्मीद जतायी की नई कार्यकारिणी पत्रकारो के हितो व अधिकारो के संरक्षण के लिए एकजुट होकर कार्य करेगी। उन्होंने कहा संगठन में ही शक्ति है इसलिए पत्रकारों को संगठित होने की जरूरत है।
उन्होंने इस बात पर हैरानी जताते हुए कहा कि राज्य गठन के चैबीस वर्ष बाद भी पत्रकारों के लिये प्रेस मान्यता कमेटी का गठन नहीं किया गया और न ही पत्रकारों को मेडिकल सुविधा का लाभ दिलाने कको गोल्डन कार्ड जारी किया गया। उन्होंने सरकार से प्रेस मान्यता कमेटी का गठन करने व पत्रकारों को गोल्डन कार्ड जारी करने की मांग की। उन्होंने पत्रकार आशुतोष नेगी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे जेल मेजे जाने की निंदा की। उन्होंने कहा अंकिता हत्याकांड के मुद्दे को नेगी अपनी लेखनी के माध्यम से उजागर कर रहा था उसी का खमियाजा उसे भुगतना पड़ा। उन्होंने कहा इस सम्बन्ध में अति शीघ्र राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को पत्र भेजा जायेगा ताकि उसे न्याय मिल सके।
इस अवसर पर यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष उमाशंकर प्रवीण मेहता ने कहा की समय के साथ पत्रकारिता के माध्यम में भी परिवर्तन हुआ है । प्रेस मीडिया के अलावा इलेक्ट्रॉनिक व वेब मीडिया का आगमन हुआ जो की खबरों व घटनाओं को लोगों तक तुरंत तो पहुंचते हैं लेकिन आज भी समाचार पत्रों की खबरों की विश्वसनीयता बरकरार है। उन्होंने कहा पत्रकारिता अब मिशन नहीं रहा। बाजारवाद ने मीडिया को बाजरोनमुखी बना दिया है । छोटे व मझौले समाचार पत्रों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा एक साजिश के तहत उन्हें बंद किया जा रहा है जो कि लोकतंत्र के चैथे स्तंभ के लिए घातक है।
यूनियन के प्रदेश महामंत्री गिरीश पंत ने कहा कि यूनियन के गठन को सोलह वर्ष हो चुके हैं । इस दौरान यूनियन को कई उतार-चढ़ाव का सामना भी करना पड़ा लेकिन बाद भी यूनियन के सदस्यों की सक्रियता व सहयोग से यूनियन निरंतर आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा यूनियन का उद्देश्य पत्रकारिता के उच्च आदर्शो व परंपराओं को बनाए रखना व पत्रकार हितों के लिए कार्य करना है। उन्होंने कहा मान्यता प्राप्त पत्रकारों की सरकार द्वारा मेडिकल सुविधा प्रदान की जाती है यूनियन की मांग है कि सभी गैर मान्यता प्राप्त पत्रकारों को भी मेडिकल सुविधा का लाभ प्रदान किया जाए। यही नहीं राज्य कर्मचारियों की भांति उन्हें भी गोल्डन कार्ड की सुविधा दी जाए ताकि वे अपना व अपने परिजनों का इलाज सुगमता से कर सके। उन्होंने कहा पत्रकारों की कई समस्याओं का समाधान यूनियन के प्रयास से किया गया लेकिन पत्रकारों की कई समस्याएं अभी लंबित है जिन्हें यूनियन निरंतर सरकार से पत्राचार कर सुलझाने का प्रयास कर रही है । मंच का संचालन वरिष्ठ पत्रकार द्विजेंद्र दत्त बहुगुणा ने किया। अधिवेशन में गिरीश पंत, द्विजेंद्र दत्त बहुगुणा, सत्य प्रसाद उनियाल, वेनी राम उनियाल, कवर सिंह सिद्धू, विजय कुमार शर्मा, जावेद हुसैन आसिफ हसन,ओमकार सिंह अमनदीप कौर सिद्धू, नारायण दत्त भट्ट, अधीर मुखर्जी, चेतराम भट्ट,अफरोज खान, प्रीतम वर्मा, महेंद्र सिंह चैहान, ऋतिक अग्रवाल, किशन गोसाई, सुरेंद्र कोठियाल, ललिता बलूनी, आशिम, उस्मान खान, उमाशंकर प्रवीण मेहता विवेक रावत, वीरेश कुमार ,विनय भट्ट, मोहम्मद शाह नजर, ज्योति भट्ट ध्यानी, वीरेंद्र दत्त गैरोला, जय सिंह रावत, अनुराधा ढौंडियाल, सावित्री शर्मा, जाहिद अली, धीरज पाल सिंह, मोहम्मद खालिद, राजेन्द वर्मा समेत कई पत्रकार शामिल रहे।