देहरादून। सेवानिवृत्त राजकीय पेंशनर्स संगठन मुनिकीरेती-ढालवाला की मासिक बैठक संगठन के अध्यक्ष शूरवीर सिंह चैहान की अध्यक्षता एवं सचिव भगवती प्रसाद उनियाल के सफल संचालन में हुई। बैठक में कोषाध्यक्ष जबर सिंह पंवार ने कहा कि 14 बीघा-ढालवाला की संकरी गलियों में ई रिक्शा,आटो रिक्शा, विक्रम मनमाने ढंग से शार्टकट के चक्कर में प्रवेश कर रहे हैं जिससे कि 14 बीघा-ढालवाला के आवासीय क्षेत्रवासियो को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है जिसके कारण उक्त क्षेत्र में हर समय जाम की स्थिति बनी रहती है। आये दिन जाम से छात्र -छात्राओं,म हिलाओं एवं वरिष्ठ नागरिकों को आवागमन में काफी दिक्कतें होती हैं। कई बार वाहनों के आगमन से बुजुर्ग,बच्चे व महिलाएं चोटिल हो चुके हैं साथ ही दुपहिया वाहनो के तीव्र गति पर भी लोग चोटिल हो रहे हैं।
संगठन के अध्यक्ष शूरबीर सिंह चैहान ने कहा कि समस्याओं से निजात पाने के लिए उक्त क्षेत्र में वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाने हेतु संगठन द्वारा पुलिस महानिदेशक को प्रार्थना पत्र भेज दिया गया है। बैठक में नये सदस्यों गोविन्द सिंह जेठूडी,भगवान सिंह सुरियाल एवं जगदम्बा प्रसाद भट्ट का माल्यार्पण कर संगठन की सदस्यता ग्रहण करने पर हार्दिक स्वागत एवं अभिनन्दन किया गया। बैठक में शीला रतूडी,उमा डियुन्डी पुष्पा उनियाल,महालक्ष्मी बिजल्वाण विरेन्द्र सिंह कृषाली,हृदय राम सेमवाल,विशालमणि पैन्यूली, खुशहालसिह राणा,विजेन्द्र सिंह रावत,यशपाल चैहान,राजेन्द्र सिंहभंडारी,शिवदयाल उनियाल, घनश्याम नौटियाल,शंकरदत्त पैन्यूली, सुन्दरसिंह गुसांईं, जयपालसिंह नेगी, गोपालदत्त खण्डूड़ी,सौकार सिंहअसवाल, चन्दनसिंह बिष्ट,मोहन सिंह रावत,भोला सिंह बिष्ट,कृष्ण कुमार वर्मा,कैलाशचन्द्र पैन्यूली,प्रेमसिंह चैहान,पूर्णसिंहचैहान, संग्रामसिंह राणा,सी.एस.मनवाल,भगवानसिंह राणा,अब्बलसिंहचैहान,नरेन्द्रभूषण डोभाल,अरविन्द तोमर,हंस लाल असवाल,पी डी डिमरी, जगमोहन थलवाल,सहदेव लाटियान,सुन्दरलाल बिजल्वाण, प्रवीन उनियाल,बलवीरसिह पंवार,गोरा सिंह पोखरियाल, प्रेमसिह मस्तवाल,ओम प्रकाश थपलियाल,अनुसूया पैन्यूली आदि उपस्थित थे। बैठक के अन्त में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी घुरक सिंह चैहान के सुपुत्र,मसूरी विधान सभा क्षेत्र के पूर्व विधायक राजेन्द्र शाह के छोटे भाई पौलिटेक्निक से सेवा निवृत्त शिक्षक सुरेन्द्र सिंह चैहान एवं सेवानिवृत्त शिक्षिका उषा गैरोला के आकस्मिक निधन पर उनकी आत्माओं की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया।