टिहरी। थाना मुनिकीरेती पुलिस ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत भुल्लर के निर्देशन में र्साईं मंदिर भागला शिवपुरी में चोरी करने वाले शातिर अंतर्राज्यीय गैंग का पर्दाफाश किया। पुलिस ने 3 शातिर अभियुक्त गिरफ्तार किए है। उनके कब्जे से 17 किलोग्राम चांदी बरामद की गई है, जिसकी कीमत करीब 12,75000 रू (बारह लाख पचहत्तर हजार रूपये) आंकी गई है।
6 मार्च को को थाना मुनिकीरेती पर वादी मदन लाल गैरोला पुत्र स्वर्गीय राम प्रसाद गैरोला निवासी-ग्राम भांगला थाना मुनि की रेती जनपद टिहरी गढ़वाल द्वारा अज्ञात चोरों द्वारा ग्राम भांगला स्थित साई मंदिर से चांदी का सिंहासन, चांदी का छत्र चोरी कर ले जाने के संबंध में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया गया था। जिसकी विवेचना चैकी प्रभारी शिवपुरी उ0नि0 मनोज ममंगाई के सपुर्द की गयी। धार्मिक स्थल पर हुयी चोरी की घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए नवनीत सिंह भुल्लर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक टिहरी गढ़वाल द्वारा घटना का तत्काल अनावरण करने हेतु निर्देशित किया गया। अपर पुलिस अधीक्षक एवं क्षेत्राधिकारी नरेंद्र नगर द्वारा घटना के अनावरण हेतु प्रभारी निरीक्षक मुनि की रेती के नेतृत्व में कुल 07 टीमे गठित की गयी। उच्चाधिकारीगण द्वारा घटना के अनावरण हेतु लगातार पुलिस टीमांे का मार्गदर्शन किया गया। गठित पुलिस टीमों द्वारा घटनास्थल का गहनता से निरीक्षण करने पर पाया कि घटनास्थल चैकी गूलर से करीब 40 किमी0 दूरस्थ स्थान पर एकान्त मे है जिसके आसपास आवाजाही बहुत कम रहती है और मंदिर के आसपास व आने जाने वाले रास्तो पर कोई सीसीटीवी कैमरा भी नही है जिसके कारण पुलिस टीम के लिए घटना का अनावरण करना एक अत्यंत चुनौतीपूर्ण कार्य था । गठित पुलिस टीमो द्वारा बेहतरीन सामंजस्य के साथ घटना के अनावरण हेतु स्थानीय गांव भांगला, घेराधार, बांसकाटल, चमेली मे स्थानीय लोगो से घटना से पूर्व आने जाने वाले लोगो के बारे मे जानकारी की गयी तो ज्ञात हुआ कि 5 मार्च को घटना से पूर्व एक मोटरसाईकिल पर तीन संदिग्ध सिख वेशधारी व्यक्ति साई मंदिर भांगला की तरफ जाते दिखाई दिये थे। जिनके हुलिये आदि के बारे मे जानकारी प्राप्त की गयी। उक्त इनपुट के आधार पर गठित पुलिस टीमो द्वारा गूलर, शिवपुरी, तपोवन, मुनिकीरेती, कैलाशगेट से घटनास्थल की ओर जाने वाले रास्तो पर लगे लगभग 50 सीसीटीवी कैमरो को चैक गया किया, पूर्व में प्रकाश में आये 80 पेशेवर अपराधियों एवं 100 संदिग्ध व्यक्तियों का सत्यापन किया गया। सर्विलांस टीम द्वारा घटनास्थल का स्थल साइड डाटा एकत्रित कर संदिग्ध मोबाइल नंबरों का गहनता से विश्लेषण किया गया।
सीसीटीवी कैमरे चैक करने पर 5 मार्च को घटनास्थल की तरफ 03 संदिग्ध व्यक्ति सांई मंदिर भांगला की तरफ जाते दिखायी दिये। जो सिख वेशभूषा धारण किये हुए थे। सीसीटीवी कैमरे में आये संदिग्ध व्यक्तियो की पहचान हेतु मैन्युअल पुलिसिंग एवं सीसीटीवी फुटेज की मदद से उक्त संदिग्ध व्यक्तियो की शिनाख्त हेतु प्रयास किये गये। उक्त संदिग्ध व्यक्तियों की तलाश हेतु गुरूद्वारा ऋषिकेश मे पूछताछ की गयी तथा गुरूद्वारे की सीसीटीवी फुटेज चैक की गयी तो सीसीटीवी फुटेज मे तीन संदिग्ध व्यक्ति 5 मार्च को गुरूद्वारा ऋषिकेश मे घूमते दिखाई दिये जो घटना से पूर्व एक मोटरसाईकिल पर शिवपुरी की ओर जाते दिखाई दिये।
उक्त संदिग्ध व्यक्तियो के बारे मे जानकारी करने पर एक संदिग्ध व्यक्ति का नाम कुलवन्त सिंह उर्फ राजू पुत्र बलवन्त सिंह नि0 फतेहगंज थाना गदरपुर जिला उधमसिंह नगर उत्तराखण्ड हाल निवासी दिल्ली प्रकाश मे आया। जो पूर्व में कई राज्यो में मंदिर व गुरुद्वारों में चोरी की घटनाओ मे शामिल रहा है तथा गैंग का सक्रिय गैंग लीडर हैं। उक्त गैंग द्वारा पूर्व में भी थाना राजपुर देहरादून स्थित प्रतिष्ठित साईं मंदिर, कोटद्वार में सिद्धबली मंदिर, हरियाणा व उत्तर प्रदेश के मन्दिरों व गुरूद्वारो मे चोरी की घटना घटित की गयी है । अभियुक्त कुलवंत एक शातिर किस्म का चोर है जो अपने गैंग के सदस्यों के साथ दिन में गुरुद्वारेध्मंदिरों की रैकी करता है व रात्रि में चोरी की घटना को अंजाम देता है । संदिग्ध बलवंत व उसके साथियों की तलाश हेतु उसके संभावित ठिकानों पर दबिश दी गयी, लेकिन अभि0गण शातिर होने के कारण संभावित ठिकानों पर नहीं मिले और लगातार छुपते रहे। संदिग्ध कुलवंत सिंह के बारे में गहनता से जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि कुलवंत थाना गदरपुर उधमसिंहनगर का हिस्ट्रीशीटर है, जिसके खिलाफ विभिन्न राज्यों, थानों में 18 से अधिक मुकदमें पंजीकृत हैं। कुलवन्त सिंह अपने साथ अलग अलग व्यक्तियो को जोडकर आपराधिक घटनाए घटित करता है। गठित पुलिस टीमों द्वारा लगातार संदिग्ध कुलवन्त और उसके साथियों की तलाश, सुरागरसी पतारसी की गयी। मुखबिर की सूचना पर साई मंदिर भांगला में चोरी करने वाले शातिर अभि0गण कुलवन्त सिहं पुत्र बलवन्त सिंह निवासी- ग्राम फतेहगंज थाना गदरपुर जिला उधमसिहं नगर हाल निवासी- चंद्र विहार थाना निहाल विहार दिल्ली उम्र 40 वर्ष, अवतार सिहं पुत्र सरजीत सिहं निवासी- 205 निहाल विहार थाना ख्याला दिल्ली उम्र 47 वर्ष, त्रिलोक सिंह उर्फ शोले पुत्र तीरथ सिंह निवासी- लतीपुर थाना हस्तिनापुर जिला मेरठ उत्तर प्रदेश हाल निवासी- मकान नंबर 7 टी ब्लॉक निहाल विहार थाना निहाल विहार दिल्ली उम्र 31 वर्ष को बिजली घर गूलर के पास से चोरी के माल सहित गिरफ्तार किया गया। अभि0गण के कब्जे से साई मंदिर भांगला से चोरी सफेद धातु का छत्र, साई बाबा के सिंहासन के अंश व घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल बरामद की गयी। अभि0गण की निशादेही पर ग्राम ठाठ चमेली के जंगल से साई मंदिर भांगला से चोरी किया गया लगभग 15 किलो ग्राम सफेद धातु का सामान बरामद किया गया। अभियुक्त कुलवंत द्वारा मंदिरों में चोरी करने के लिए एक संगठित गिरोह बनाया गया है। जिसका गैंग लीडर कुलवन्त सिंह उर्फ राजू है। जिसके सक्रिय सदस्य अवतार सिंह व त्रिलोक सिंह है। बलवंत और उसके साथी पर विभिन्न राज्यों में स्थित मंदिर आदि को सर्च करते हैं और मंदिर की रैकी कर मंदिर में लगे आभूषणों के बारे में जानकारी करते है। घटना से पूर्व स्थानीय लोगो, स्थानीय परिस्थितयों के बारे में जानकारी कर घटना करने के लिए प्लान तैयार करते है। घटना से पूर्व अपने मोबाइल फोनों को घटनास्थल से काफी पहले बन्द कर सुनियोजित एवं शातिर तरीके से घटना को अंजाम देते है। अभि0गण चोरी के माल को अलग-2 जगह छिपाकर रखते है और थोडा-2 करके बेचते है। जिससे किसी को चोरी के माल के बारे में जानकारी न हो सके। उपरोक्त गैंग के विरूद्ध उत्तराखण्ड, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा में मन्दिर व गुरूद्वारो में चोरी करने के कई अभियोग पंजीकृत है।
अभियुक्त गणांे ने पुछताछ पर बताया कि हमने उत्तराखण्ड के तिरंगा साई मन्दिर के बारे में एक वीडीयो मे देखा था की इस मन्दिर मे काफी मात्रा में चांदी का नक्कासी किया आभुषण है जिस पर मैनें अपने गैंग के साथियो कि दिखाकर यहां चांदी के आभुषणो की चोरी की योजना बनाई और हम तीनो 4 मार्च को ऋषिकेश होते हुए 5 मार्च को ऋषिकेश से लगभग 50 किलोमीटर दुर एकान्त मे बने तिरंगा साई मन्दिर पहुचे तथा जगह का जायजा लेकर रात्रि के समय मौका देखकर मन्दिर के दरवाजे का कुन्डा तोडकर हम तीनो ने साई बाबा के सिंहासन पर लगी चांदी के नक्कासी किये सारे आभुषण व छत्र को चोरी कर अपने साथ ले आये थे। सामान अधिक होने की वजह से कही हम पकडे ना जाए इसलिए हमने सामान को गठरी मे बाध कर जंगल मे छिपा दिया था और हम तीनो वापस चले गये आज हम तीनो उसमे से कुछ माल को बेचने के लिए ले जा रहे थे कि हमे पुलिस ने पकड लिया हमने जहां माल छिपाया था वह स्थान भी पुलिस को दिखाकर बाकी शेष माल भी बरामद करा दिया।