ऋषिकेश। भारत में वाटर स्पोर्ट्स के विकास में क्रांति लाने के उद्देश्य से टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड (टीएचडीसीआईएल) और एसजेवीएन फाउंडेशन (एसजेवीएन लिमिटेड का एक समर्पित ट्रस्ट) ने एक विशेष समारोह में, टिहरी पावर कॉम्प्लेक्स, उत्तराखंड में टीएचडीसीआईएल हाई-परफॉर्मेंस अकादमी की स्थापना के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर आज हस्ताक्षर किए। टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, श्री आर.के.विश्नोई ने इस ऐतिहासिक कार्य के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह एमओयू इंगित करता है कि हाइड्रो परियोजनाएं न केवल देश को 24ग्7 किफायती विद्युत उपलब्ध करवा सकती हैं, बल्कि विकसित भारत के विजन को साकार करने हेतु देश में खेल की शक्ति को भी बढ़ावा दे सकती हैं। उन्होंने कहा कि हाइड्रो परियोजनाओं में न केवल ऊर्जा के दोहन में नए मानक स्थापित करने की क्षमता है, बल्कि बुनियादी ढांचे के निर्माण और क्षेत्र की उभरती एथलेटिक प्रतिभाओं को निखारने के लिए मंच प्रदान करने और वाटर स्पोर्ट्स को अगले क्षितिज पर ले जाने में भी मदद प्रदान कर सकती हैं, जिससे भारत को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खेल परिदृश्य पर भी गौरवान्वित किया जा सकता है।
श्री विश्नोई ने कहा कि इस दूरदर्शी पहल के मूल में टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड की समग्र राष्ट्रीय विकास के प्रयासों के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता निहित है, जिसका उदाहरण वर्ष 2022 और 2023 में टिहरी, उत्तराखंड में दो राष्ट्रीय स्तर के वाटर स्पोर्ट्स के सफल आयोजनों से मिलता है। यह महत्वपूर्ण पहल वाटर स्पोर्ट्स की कयाकिंग और कैनोइंग स्ट्रीम्स के लिए प्रशिक्षण को बढ़ावा देने और अंतर्राष्ट्रीय मानकों के बुनियादी ढांचे के निर्माण की दिशा में एक सहयोगात्मक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतीक है, ताकि हमारे युवाओं को वैश्विक मंच पर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम बनाया जा सके।
अवधेश प्रसाद, महाप्रबंधक (एसजेवीएन) और अमरदीप, महाप्रबंधक (टीएचडीसीआईएल) ने गीता कपूर, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन एवं शैलेन्द्र सिंह, निदेशक (कार्मिक), टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड तथा एसजेवीएन और टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के वरिष्ठ अधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति में एसजेवीएन कार्यालय, दिल्ली में इस ऐतिहासिक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
इस अवसर पर गीता कपूर, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन ने कहा कि टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के साथ यह साझेदारी अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धी आयोजनों के लिए हमारे युवाओं को सशक्त बनाने के लिए पावर पीएसयू की एक साथ आने की प्रतिबद्धता का उदाहरण है। हाई-परफॉर्मेंस अकादमी की स्थापना के माध्यम से, हमारा लक्ष्य खिलाड़ियों के लिए वैश्विक मंच पर उत्कृष्टता प्राप्त करने और भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए अनुकूल माहौल बनाना है। श्रीमती कपूर ने कहा कि यह एक सहयोग की शुरुआत है जो देश के युवाओं को नवीनतम खेल बुनियादी ढांचे के साथ सशक्त बनाने में मदद करेगा एवं उन्हें अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों में भारत की खेल उत्कृष्टता को प्रदर्शित करने के लिए प्रेरित करेगा।
शैलेन्द्र सिंह, निदेशक (कार्मिक), टीएचडीसीआईएल ने कहा कि इस ऐतिहासिक एमओयू पर हस्ताक्षर के साथ पावर पीएसयू द्वारा प्रतिभा को पोषित करने, खेल उत्कृष्टता को बढ़ावा देने और राष्ट्र के समग्र विकास में योगदान देने के लिए सहयोगात्मक प्रयासों का एक नया अध्याय आकार ले चुका है। खेल के बुनियादी ढांचे के विकास में कॉर्पोरेट तालमेल के लिए एक मिसाल कायम करने वाली इस परिवर्तनकारी साझेदारी के साथ, अन्य प्रतिष्ठित सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम भी इसी तरह की परिवर्तनकारी पहल को बढ़ावा देने के लिए टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के साथ हाथ मिला रहे हैं, जो भारत को खेल उत्कृष्टता और वैश्विक मान्यता की ओर ले जा रहे हैं। इस दूरदर्शी साझेदारी के तहत, एसजेवीएन फाउंडेशन, एसजेवीएन लिमिटेड की सीएसआर विंग, टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड द्वारा विकसित की जा रही कयाकिंग और कैनोइंग हाई-परफॉर्मेंस अकादमी में एक अत्याधुनिक उन्नत जिम्नेजियम की स्थापना के लिए 1.00 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है। इस परियोजना को टीएचडीसीआईएल द्वारा प्रायोजित गैर-लाभकारी पंजीकृत सोसायटी सेवा-टीएचडीसी के माध्यम से विकसित और कार्यान्वित किया जा रहा है, इस परियोजना को एमओयू पर हस्ताक्षर करने की तिथि से 12 महीने की अवधि में पूरा किया जाएगा।