नारायणपुर। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर और कांकेर जिले के सीमावर्ती इलाके के अबुझमाड़ क्षेत्र में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दस नक्सली मारे गए। अबुझमाड़ में सोमवार की रात से सर्चिंग आपरेशन चलाया जा रहा था। इसी दौरान इलाके में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई।
डिस्टि्रक्ट रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और स्पेशल टास्क फोर्स की संयुक्त टीम ने रात भर 45 किलोमीटर पैदल चलकर नक्सलियों की घेराबंदी की, जिसके बाद हुई मुठभेड़ में ये नक्सली ढेर कर दिए गए। जिनमें तीन महिला नक्सली भी शामिल हैं। मृत नक्सलियों की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं। पूरे अभियान में सुरक्षा बल का कोई भी जवान हताहत नहीं हुआ है। घटनास्थल से एक एके 47 रायफल, गोला बारूद और नक्सल सामग्री बरामद की गई है। बता दें कि इसी महीने सुरक्षा बलों ने कांकेर जिले में 29 नक्सलियों को मार गिराया था। घटनास्थल से सुरक्षा बलों ने भारी मात्रा में राशन समेत पहली बार जेसीबी मशीन बरामद की है। जेसीबी का उपयोग नक्सली जंगल में बंकर बनाने में करते थे। इधर, सुकमा जिले के सलातोंग में भी सुरक्षा बलों ने पांच लाख के इनामी नक्सली मुचाकि मंगडू को मार गिराया है। उसके पास से 9 एमएम पिस्तौल बरामद की गई है।
राज्य में भाजपा की सरकार आने के बाद नक्सलियों के खिलाफ शुरू किए गए अभियान में तेजी आई है। राज्य में गत चार महीने के भीतर 97 नक्सली मारे गए हैं। जहां-जहां नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी वहां पर सुरक्षा बलों की टीमें अभियान पर निकली हैं। छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री विजय शर्मा ने नक्सलियों और भटके लोगों से आग्रह किया है कि वह बातचीत के माध्यम से पुनर्वास की योजना का लाभ लेते हुए मुख्यधारा में शामिल हों। बस्तर की शांति में अपनी भूमिका निभाएं। बीजापुर जिले में नक्सली उन्मूलन अभियान से प्रभावित होकर 16 लाख के पांच इनामी सहित 16 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में आठ लाख का इनामी नक्सली अरुण कड़ती, पांच लाख का इनामी रमेश ऊर्फ मुन्ना हेमला, एक-एक लाख के इनामी शामिल हैं। आत्मसमर्पण करने पर इन्हें शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत 25000-25000 रुपये नकद प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई।