देहरादून। भाजपा ने गृह मंत्री के फेक वीडियो कांग्रेस द्वारा प्रसारित करने को बेहद शर्मनाक और राजनीति में नैतिक पतन की पराकाष्ठा बताया है। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने आरोप लगाया, कांग्रेस के एक सीएम और इलेक्शन वार कॉर्डिनेटर का नाम इस साजिश में आने से पुनः साबित हुआ है कि कांग्रेस का हाथ षड्यंत्रकारियों के साथ है। पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों के सवालों का जबाव देते हुए, श्री भट्ट ने कहा, कांग्रेस और उनके सहयोगी, चुनाव में हार निश्चित जानकर बौखला गए हैं। जिसका दुर्भाग्यपूर्ण उदाहरण है, गृह मंत्री अमित शाह का वो फेक वीडियो जिसमे संलिप्ता के आरोप आंध्र प्रदेश के कांग्रेसी मुख्यमंत्री और असम में कांग्रेस वार रूम के कॉर्डिनेटर पर लगे हैं। एक राज्य के मुखिया और प्रदेश अध्यक्ष का देश समाज बांटने वाले इस फर्जीवाड़े को आगे बढ़ाना बेहद गंभीर और चिंताजनक है। कांग्रेस का हार सामने देखकर अपनी हारी हुई बाजी को पलटने के लिए इस तरह षड्यंत्र में जुटना, राजनीति में नैतिकहीनता की पराकाष्ठा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि जब से मोदी जी ने 400 पार का नारा दिया है तभी से विपक्ष पूरी तरह हताश है। यही वजह है, वे लगातार भ्रम फैला रहे हैं कि प्रचंड बहुमत का इस्तेमाल भाजपा आरक्षण हटाने के लिए करेगी । जबकि दूसरी तरफ इन्हें जहां जहां बहुमत मिला उन्होंने एससी एसटी, ओबीसी का अधिकार छीन कर मुस्लिमों को देने का काम किया । पहले संयुक्त आंध्र प्रदेश में मुसलमानों को रिजर्वेशन दिया, उसकी वजह से ओबीसी का आरक्षण कटा। उसके बाद कर्नाटक में कोई सर्वे किए बिना सारे मुसलमानों को चार प्रतिशत का कोटा रिजर्व कर दिया, इससे भी ओबीसी का आरक्षण कटा है। जबकि सच्चाई यह है कि हमने पूर्ण बहुमत का प्रयोग 370 खत्म करने, कोरोना के खिलाफ लड़ने, अंग्रेजों के कानून बदलकर भारतीय पद्धति के कानून लाने और त्रिपल तलाक को खत्म करने में किया है। इसके अतिरिक्त कोर्ट से जनादेश मिलने के बाद राम मंदिर बनाने में भी हमारी सरकार ने भूमिका निभाई लेकिन कांग्रेस हमारे लक्ष्य को लेकर झूठ फैलाकर जनता के बीच में भ्रांति पैदा करना चाहती है । जबकि भाजपा एससी, एसटी और ओबीसी के आरक्षण की समर्थक और हमेशा इसके संरक्षण के लिए भूमिका निभाती रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि एससी एसटी और पिछड़े समाज के आरक्षण में किसी दल ने यदि डाका डाला है, तो वह कांग्रेस पार्टी ही है। आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और कांग्रेस का हालिया घोषणापत्र इसका उदाहरण है। वो बात और है कि पीएम मोदी द्वारा सच्चाई सामने लाने के बाद अब उनके लिए जवाब देना मुश्किल हो गया है । यही वजह है कि उनके बड़े नेता फेक वीडियो फैलाने और भ्रमित करने वाले बयानों की रणनीति अपनाने में जुटे हैं। लेकिन देश की जनता सब देख रही और इस चुनाव में मोदी जी को तीसरी बार पीएम बनाकर, विपक्ष को करारा जवाब देने वाली है।