आचार्य निरंजन मिश्र, हरिद्वार को दामिनी पुस्तक लेखन पर रु. 51000/-का बाणभट्ट पुरस्कार दिए जाने की घोषणा आज उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान, लखनऊ की ओर से की गयी। ज्ञात हो कि यह पुरस्कार सम्पूर्ण भारत में उत्कृष्ट संस्कृत कथा साहित्य लेखन के लिए दिया जाता है। डॉ. निरंजन मिश्र की लेखनी ने एक बार पुनः साबित कर दिखाया कि उनका मुकाबला किसी से नहीं है। अनन्त शुभकामनाएं।