गोरखपुर। पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए भाजपा की महानगर इकाई की ओर से पार्टी के बेनीगंज कार्यालय पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने दिवंगत नेता के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर डा. धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि कल्याण सिंह के निधन की भरपाई मुश्किल है। वह ऐसे नेता थे, जिन्होंने राम मंदिर निर्माण के लिए मुख्यमंत्री का पद छोड़ दिया। उनका निधन भारतीय राजनीति के एक युग का अंत है।
महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता ने कहा की कल्याण सिंह ने अपने मुख्यमंत्री काल में कभी भी अपराध और अपराधियों से समझौता नहीं किया। वह सरल स्वभाव के साथ ही साथ वचन के पक्के थे। अपने मुख्यमंत्री काल में उन्होंने ऐतिहासिक फैसले लेकर लोगों के हृदय में स्थान बनाया। पूर्व राष्ट्रीय सचिव विनोद पांडेय ने कहा कि कल्याण सिंह जैसे प्रशासनिक क्षमता वाले मुख्यमंत्री विरले ही होते हैं।
पंचायत प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक रमेश सिंह ने कहा कि कल्याण सिंंह के निधन से भारतीय राजनीति में जो शून्य पैदा हुआ है उसका भरना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि कल्याण सिंह भारतीय राजनीति के नायक थे। कार्यक्रम में विधायक विपिन सिंह और उत्तर प्रदेश व्यापार कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष पुष्पदंत जैन कल्याण सिंह को मूल्य और आदर्शों के प्रति समर्पित नेता बताया। श्रद्धांजलि देने वालों में क्षेत्रीय उपाध्यक्ष विश्वजीतांशु सिंह आशु, प्रदेश कार्य समिति सदस्य राहुल श्रीवास्तव, ओमप्रकाश शर्मा, देवेश श्रीवास्तव, शशिकांत सिंह, बृजेश मणि मिश्र, दयानंद शर्मा, रमेश गुप्ता, राधेश्याम रावत, ऋषि मोहन वर्मा, रंजना गुप्ता आदि शामिल रहे।
गोरखपुर के लोकप्रिय सांसद रवि किशन मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के अलीगढ़ स्थित पैतृक गांव पहुंचे और वहां उनके चित्र पर पुष्पांजलि कर श्रद्धांजलि अर्पित की। पुष्पांजलि के बाद उन्होंने कल्यााण् के पुत्र और एटा के सांसद राजवीर सिंह को ढांढस बधाया। इस दौरान रवि किशन ने कहा कि कल्याण सिंह राम मंदिर निर्माण के प्रमुख सूत्रधार थे। भगवान श्रीराम के अनन्य भक्त के रूप में उन्हें हमेशा याद किया जाता रहेगा। उनके निधन से विराट हिंदू जनमानस दुखी है। इसदौरान उनके साथ केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी, सलेमपुर के सांसद रवींद्र कुशवाहा, बुलंदशहर के सांसद भोला सिंह आदि भी मौजूद रहे।