देहरादून। मुथूट पप्पाचन ग्रुप की माइक्रोफाइनांस शाखा मुथूट माइक्रोफिन ((नीला मुथूट) ने उत्तराखंड में अपनी पहली शाखा खोलने के साथ ही उत्तर भारत में अपनी परिचालन सेवा का और विस्तार किया। हिमालय की तराई में स्थित हरिद्वार जिले के गुरुकुल नरसन में स्थापित यह नई शाखा इस माइक्रोफाइनांस कंपनी की 925वीं शाखा है। मुथूट माइक्रोफिन के प्रबंध निदेशक थॉमस मुथूट ने कंपनी की विकास यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि उत्तराखंड में परिचालन शुरू करने का संगठनात्मक उद्देश्य राज्य में महिला उद्यमियों को अनुकूलित और प्रभावी सूक्ष्म वित्त प्रदान करके उनके जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित करना है। हम राज्य में वित्तीय समावेशन और महिला सशक्तिकरण अभियान में सकारात्मक योगदान देने की उम्मीद करते हैं।
मुथूट माइक्रोफिन के सीईओ सदफ सईद ने भी कंपनी के उत्तराखंड उद्यम के संबंध में अपना दृष्टिकोण व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह हमारी विस्तार योजना और उत्तर भारत में अपनी उपस्थिति बढ़ाने की रणनीति का एक हिस्सा है। उत्तराखंड परिचालन हमें अपनी कार्य-सेवा में विविधता लाने और एक स्वस्थ पोर्टफोलियो बनाने में मदद करेगा। ग्रामीण आबादी की बढ़ती जरूरतें और कर्ज की अधूरी मांग हमारे लिए एक बड़ा अवसर है। प्रतिभाशाली स्थानीय युवाओं की भर्ती से यह नई शाखा हमें अपने संभावित ग्राहकों के करीब जाने और विशेष रूप से उनकी वित्तीय जरूरतों को पूरा करने में सक्षम बनाएगी।
कंपनी ने महामारी के बाद पिछले साल के अंत में देश के माइक्रोफाइनांस क्षेत्र में सबसे बड़े पूंजी निवेश में से एक के रूप में 375 करोड़ रुपए रेज किये थे और इस साल कंपनी 30-35 प्रतिशत ग्रोथ के प्रति आशान्वित है। हाल में कंपनी के सक्रिय उपयोगकर्ता की संख्या 2 मिलियन से अधिक हो गई है, जिसका फंड साइज 6500 करोड़ रुपए (एयूएम) से अधिक हो गया है। महत्वपूर्ण बात यह है कि उत्तराखंड में माइक्रोफिन शाखा खोलने के साथ मुथूट का लक्ष्य निकट भविष्य में 500 नई शाखाएं खोलने एवं 10,000 करोड़ के फंड साइज (एयूएम) का अतिरिक्त निर्माण करने का है।इस मुश्किल आर्थिक दौर में, कंपनी अर्थव्यवस्था के पहियों को गतिमान रखने के लिए पूरे भारत में महिला उद्यमियों को ऋण प्रदान करने में सक्रियता से आगे रही है। वित्त वर्ष 2021-22 में कंपनी ने 4600 करोड़ रुपए से अधिक के कर्ज वितरित किए। वर्तमान में मुथूट माइक्रोफिन देश में चैथा सबसे बड़ा एनबीएफसी-एमएफआई है। कंपनी के पास पहले से ही सक्रिय ग्राहक के रूप में 2 मिलियन से अधिक महिला उद्यमी हैं। इतना ही नहीं, महामारी के बावजूद कंपनी ने बीते वित्त वर्ष में अपने फंड साइज (एयूएम) में 26 प्रतिशत का इजाफा किया है।