देहरादून। दिल्ली के प्रतिष्ठित प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में आयोजित गोष्टी मैं आज जोशीमठ की दुखद स्थिति को देखते हुए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से वहां के लोगों की सहायता हेतु तत्काल एक हजार करोड़ के पैकेज मांग का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया। यह प्रस्ताव उत्तराखंड कांग्रेस उपाध्यक्ष और प्रवक्ता धीरेंद्र प्रताप ने रखा। इससे पूर्व इस गोष्टी को मशहूर भूगर्भ शास्त्री ,किशोर अंबानी, डॉक्टर बलबीर धरवाण और एनएचपीसी के पूर्व महाप्रबंधक दिनेश त्रिपाठी ने संबोधित करते हुए इस त्रासदी को मानव जनित बताते हुए कहा कि उत्तराखंड के संतुलित विकास की योजना ना बनने के कारण जो जो डैम वहां बनाए गए हैं बनाए गए हैं या वहां पर जो बिजली की योजनाएं बनाई गई है उनकी वजह से लोगों का जान माल आज खतरे में पड़ गया है।
उन्होंने कहा वहां की योजनाओं को लेकर भूवैज्ञानिकों, अर्थशास्त्रियों, समाज शास्त्रीयो ने और पर्यावरण विदो ने अपनी चिंताएं व्यक्त की परंतु देश और प्रदेश की सरकारों ने उस पर ध्यान नहीं दिया। दिनेश त्रिपाठी ने संबोधित करते हुए इस त्रासदी को मानव जनित और प्राकृतिक कारणों से उत्पन्न हुई बताते हुए कहा कि उत्तराखंड के संतुलित विकास की योजना ना बनने के कारण जो डैम बनाए गए हैं या वहां पर जो बिजली की योजनाएं बनाई गई उनकी वजह से लोगों का जान माल आज खतरे में पड़ गया है। धीरेंद्र प्रताप और हरिपाल रावत ने पिछले 50 सालों में वहां की योजनाओं को लेकर भू वैज्ञानिकों की चिंता को उचित बताते हुए कहा कि उचित बताते हुए कहा कि योजनाओं का इमानदारी से योजनाओं का ईमानदारी से क्रियान्वयन नहीं किया गया जिसका खामियाजा अब जोशीमठ के लोग भुगत रहे हैं। उन्होंने कहा पिछले 50 सालों में वहां की योजनाओं को लेकर विज्ञानिकों अर्थशास्त्रियों समाज शास्त्रीयो ने और पर्यावरण विदो ने कई बार सवाल उठाए परंतु परंतु दिल्ली और देश की सरकारों ने उस पर ध्यान नहीं दिया। जिसका नतीजा यह है कि आज जनता का अस्तित्व ही खतरे में पड़ गया है पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा ने प्रदेश के संतुलित विकास के लिए वहां के पर्यावरणीय दृष्टिकोण को नजर में रखकर ही संतुलित विकास की बात उठाई। गोष्टी में दिग्गज पत्रकार विनोद अग्निहोत्री, भारत भूषण भाजपा के नेता जगदीश मंमगाई, कांग्रेस के नेता धीरेंद्र प्रताप ,हरिपाल रावत लोकदल के नेता मनमोहन सिंह आप पार्टी की नेता रोशनी चमोली, बृजमोहन उप्रेति , सोशल एक्टिविटी अनिल पंत कुशाल जीना, प्रेमा धोनी , मोहन जोशी, एस के जैन , राजेंद्र रतूड़ी सुरेश नौटियाल,बीना बहुगुणा उत्तराखंड क्रांति दल के उपाध्यक्ष प्रताप शाही , उत्तराखंड जनरलिस्ट फोरम के अध्यक्ष सुनील नेगी समेत अनेक प्रमुख नेताओ ने भाग लिया व सभा का संचालन राज्य आंदोलनकारी और पत्रकार देव सिंह रावत और कुशाल जी जीना ने किया।