देहरादून। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने उत्तराखंड की महिलाओं को शानदार सौगात दी है। कुंभ के मुख्य पर्व दिवसों पर महिलाएं उत्तराखंड परिवहन की बसों मेें मुफ्त यात्रा कर सकती हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर पूर्णागिरी में आने वाली महिलाओं को भी बसों में आवाजाही की निशुल्क सेवा उपलब्ध रहेगी। बता दें कि इन दिनों धर्मनगरी हरिद्वार में महाकुंभ की गूंज है।
महाकुंभ में पड़ने वाले शाही स्नानों पर दिल्ली, पंजाब और हरियाणा के श्रद्धालुओं को फोरलेन हाईवे के बजाय तीन अलग-अलग रूटों से कुंभनगरी पहुंचाया जाएगा।
इसके तहत पंजाब, हरियाणा और सहारनपुर क्षेत्र के श्रद्धालुओं को लक्सर के खस्ताहाल मार्ग से निजात मिलेगी। इन्हें भगवानपुर से सीधे हरिद्वार भेजा जाएगा। वहीं, दिल्ली से आने वाले वाहनों के लिए दो रूट तय किए गए हैं। भारी वाहनों को नगला इमरती से लंढौरा और लक्सर होते हुए हरिद्वार भेजा जाएगा।
महाकुंभ के यातायात प्लान के लिए पुलिस-प्रशासन ने होमवर्क पूरा करने के बाद अंतिम कार्ययोजना तैयार कर ली है। इसके तहत दिल्ली से आने वाले भारी वाहनों को कुछ तकलीफें झेलनी पड़ेंगी जबकि पंजाब, हरियाणा और सहानपुर के तीर्थयात्रियों के लिए न केवल यात्रा मार्ग कम दूरी का होगा, बल्कि सुविधाजनक भी रहेगा।
कार्ययोजना के तहत, 12 अप्रैल को शाही स्नान से दिन पहले ही यातायात प्लान लागू होगा। दिल्ली से आने वाले हल्के वाहनों को नारसन बॉर्डर से करीब दस किमी पहले यूपी के पुरकाजी से डायवर्ट कर वाया खानपुर, लक्सर, सुल्तानपुर, जगजीतपुर और कनखल होकर कुंभ क्षेत्र तक पहुंचाया जाएगा।
दिल्ली से आने वाले भारी वाहनों को नारसन बॉर्डर पार कर मंगलौर में बनाए गए रुड़की बाईपास से कुछ आगे चलने पर नगला इमरती में लक्सर रोड पर भेजा जाएगा। इसके बाद ये वाहन लक्सर से सुल्तानपुर मार्ग होकर हरिद्वार पहुंचेंगे। पंजाब, हरियाणा और सहारनपुर क्षेत्रों से आने वाले वाहनों को सहारनपुर से गागलहेड़ी और फिर भगवानपुर से सीधे हरिद्वार जाने के लिए इमलीखेड़ा मार्ग की ओर डायवर्ट कर दिया जाएगा। इससे श्रद्धालुओं को लक्सर मार्ग का लंबा चक्कर काटने की जरूरत नहीं पड़ेगी।