नैनीताल। सरोवर नगरी नैनीताल में 12वीं मानसून मैराथन का आयोजन किया गया। जिसमें भारतीय सेना के धावक रोहित यादव ने प्रथम स्थान हासिल किया। महिला वर्ग में 21 किमी में रेनू सिंह ने पहला स्थान प्राप्त किया। वेटरन वर्ग 50 से अधिक के धावकों में सुरेश कुमार प्रथम स्थान पर रहे। मैराथन का शुभारंभ भारतीय वॉलीबॉल के कप्तान सुब्बा राव पूर्व ओलंपियन राजेंद्र रावत ने संयुक्त रूप झंडी दिखाकर से किया।नैनीताल मानसून माउंटेन मैराथन में भारतीय सेना के धावक रोहित यादव ने 1 घंटा 19 मिनट 12 सेकेंड में 21 किमी ओपन मैराथन में पहला स्थान प्राप्त किया है। रमेश कुमार ने 1 घंटा 20 मिनट 15 सेकेंड का समय लेकर दूसरा और मोहित शर्मा ने 1 घंटा 23 मिनट 47 सेकेंड में तीसरा स्थान प्राप्त किया। महिला वर्ग में 21 किमी में रेनू शर्मा ने 1 घंटा 31 मिनट 41 सेकेंड में पहला, रूबी कश्यप ने 1 घंटा 36 मिनट 17 सेकेंड में दूसरा और रीमा पटेल ने 1 घंटा 37 मिनट 40 सेकेंड तीसरा स्थान प्राप्त किया। वेटरन वर्ग 50 से अधिक के धावकों में सुरेश कुमार प्रथम, चरण सिंह द्वितीय और शिवेंद्र सिंह तृतीय स्थान पर रहे। महिला वर्ग में मीनाक्षी तिवारी प्रथम रही।
10 किलोमीटर ओपन मैराथन में कुशा सिंह प्रथम, ऋतिक शर्मा द्वितीय, गौरव सिंह सिराला तृतीय स्थान पर रहे। महिला वर्ग में विनीता गुर्जर प्रथम, यशोधा गौर द्वितीय, भावना नेगी तृतीय स्थान पर रही। 50 से अधिक उम्र के धावकों में मुकेश राणा प्रथम, सुरेश चंद्र द्वितीय,घनानंद पाण्डेय तृतीय स्थान पर रहे।महिला वर्ग में नीमा बिष्ट प्रथम, लीना चैहान द्वितीय स्थान पर रही। 5 किलोमीटर पुरुष वर्ग में राघवेंद्र प्रथम, सनी कुमार द्वितीय, पवन कुमार तृतीय स्थान पर रहे। महिला वर्ग में बिना बसेरा प्रथम,कुंचंन लोधीयाल द्वितीय ज्योति फतियाल तृतीय स्थान पर रही।
डीएसए खेल मैदान में आयोजित हुई मानसून मैराथन के बाद स्कूली छात्र छात्राओं के लिए रन फॉर फन का आयोजन किया गया। मैराथन में करीब 1200 से अधिक धावकों ने प्रतिभाग किया।मैराथन में प्रथम आने वाले भारतीय सेना के धावक रोहित ने कहा मैदान की अपेक्षा पहाड़ों में दौड़ना कठिन है। नैनीताल के ट्रैक्स बेहद कठिन हैं।अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभाग करने और ओलंपिक की तैयारी करने के लिए नैनीताल के ट्रैक बहुत अच्छे हैं। मानसून मैराथन में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे भारतीय वॉलीबॉल के पूर्व कप्तान सुब्बाराव ने कहा पहले की अपेक्षा अब खेलों में काफी अच्छा भविष्य सरकार खेलों की तरफ ध्यान दे रही है। पहाड़ों में प्रतिभाएं हैं जिनको निकालने के लिए इस तरह का आयोजन हो रहे हैं।